उदयपुर। दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन का शुक्रवार को निधन हो गया. आज उनको मुंम्बई स्थित रोजा ताहेर में दफनाया गया ,वह बोहरा समुदाय के 52वें धर्मगुरु थे और उन्होंने पांच दशकों तक समुदाय के आध्यात्मिक प्रमुख के बतौर मार्गदर्शन किया.
शुक्रवार को उनके मौत कि खबर सुन कर सम्भाग भर के बोहरा समुदाय में शोक और मातम छा गया। बोहरा समुदाय के सभी लोगों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद कर मस्जिदों में तिलावत की जो आज तक जारी रही। सम्भाग भर से बोहरा समुदाय के लोग शनिवार को उनके जनाजे में शामिल होने के लिए रवाना हुए। कल शाम तक यह हाल थे कि मुंम्बई जाने वाली किसी विडियो कोच ट्रैन और प्लेन में कोई सीट नहीं थी यही हाल डूंगरपुर, सागवाड़ा, बांसवाड़ा, के थे यहाँ से भारी संख्या में सैयदना के अनुयायी जनाजे में शामिल होने के लिए मुंम्बई पहुचे। और यहाँ सम्भाग भर की बोहरा मस्जिदों में दिन भर तिलावत और मातम चलता रहा । जानकारी के अनुसार सुबह १० बजे सैयदना का जनाजा उनके निवास सैफी महल से रवाना हुआ जो लाखों अनुयाइयों के बिच दोपहर भिन्डी बाज़ार स्थित रोज़ा ताहेर लाया गया । सैयदना को राष्ट्रिय सम्मान के साथ तिरंगे में लपेट कर लेजाया गया और बंदूकों की सलामी के साथ दफनाया गया।
Seas of whites