राजस्थान में स्वाइन फ्लू से इस साल अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 19 लोगों की जांच के नतीजे सकारात्मक आए हैं।
एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि यह आंकड़े सामने आने के बाद राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया है।
एक अधिकारी ने बताया कि मौत के मामले बांसवाड़ा, डूंगरपुर बाड़मेर, टोंक, कोटा और जयपुर इलाके से सामने आए हैं। वहीं, जयपुर, सीकर, टोंक, कोटा और अन्य जिलों में स्वाइन फ्लू की जांच के नतीजे सकारात्मक मिले हैं।
चिकित्सा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जहां स्वाइन फ्लू की जांच के नतीजे सकारात्म आए हैं, हमने वहां आसपास के करीब 50 घरों में सर्वेक्षण कराने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि हम जुकाम, बुखार, खांसी और नाक से पानी बहने की शिकायत से दो-चार हो रहे सभी मरीजों से अस्पताल आकर चेकअप कराने का अनुरोध कर रहे हैं। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।
अधिकारी ने कहा कि इस साल की शुरूआत के बाद से स्वाइन फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए कमर कस ली है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने सभी जिला अस्पतालों को स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के नमूने एकत्र करने और उन्हें जांच के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में भेजने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों को एच1एन1 इन्फुएंजा के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं का संग्रह रखने के लिए कहा गया है।