उदयपुर। सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष के चुनाव में तीनों संगठन पूरे दमख़म के साथ प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। तीनों प्रत्याशी छात्रों के घर-घर जाकर संपर्क करने में लगे हुए हैं। दिनभर छात्रों को पार्टी, फिल्म और पिकनिक के जरिये लुभाया जा रहा है। इधर प्रत्याशियों के कार्यकर्ता वोटर छात्रों को गांव-गांव जाकर उनके प्रत्याशी को जीताने का प्रचार कर रहे हैं।
त्रिकोणीय मुकाबला होगा
उदयपुर. बुधवार को नाम लेने की अंतिम सूची जारी होने के बाद केंद्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर छात्र संघर्ष समिति के अमित पालीवाल, एबीवीपी के उम्मीदवार जितेंद्र सिंह शक्तावत तथा एनएसयूआई के श्रीकांत श्रीवास्तव के बीच मुकाबला त्रिकोनिय होगा।
मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. दरियावसिंह चुंडावत ने बताया कि केंद्रीय छात्र संघ के विभिन्न पदों पर किसी उम्मीदवार ने अपना नाम वापस नहीं लिया।
ऐसे में अध्यक्ष पद पर तीन उम्मीदवार, उपाध्यक्ष पद पर दो उम्मीदवार सुरभि जैन (एबीवीपी), यशवंत चौधरी (एनएसयूआई), महासचिव पद पर तीन उम्मीदवार रेणु कुमारी मीणा(एबीवीपी), प्रेम खराड़ी (सीएसएस) सुधा कुमारी जाट (एनएसयूआई)
एवं संयुक्त सचिव पद पर दो उम्मीदवार विजय प्रकाश गुर्जर (एनएसयूआई), सुनील कल्याण (एबीवीपी) मैदान में हैं।
बड़े पार्टी नेता भी अब मैदान में:
सूत्रों की माने तो एनएसयूआई और एबीवीपी प्रत्याशियों के लिए अब बड़े-बड़े कद्दावर नेता भी मैदान में उतर आए हैं। क्योंकि छात्रसंघ के चुनाव कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे और इसीलिए दोनों बड़ी राजनैतिक पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशी को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहती है। सूत्रों के अनुसार एबीवीपी को युवा मोर्चा का पूर्ण समर्थन हासिल है और युवा मोर्चा के अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी एबीवीपी के प्रत्याशी की जीत की रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं। यही नहीं शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया, प्रमोद सामर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट सहित कई भाजपा के बड़े नेता इन चुनाव में रूचि लेते हुए पूरी स्थिति पर नजऱ बनाये हुए हैं। इधर एनएसयूआई के प्रत्याशी को कांग्रेस के कई बड़े नेताओं का समर्थन और आर्थिक सहयोग मिल रहा है। शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिय़ा और देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला एनएसयूआई के प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
निर्विरोध प्रत्याशी सीएसएस के साथ: तीनों संगठनों में सबसे ऊपर अपना दबदबा कायम रखते हुए छात्र संघर्ष समिति किसी भी मोर्चे पर पिछड़ती नजर नहीं आ रही है। महत्वपूर्ण पदों पर निर्विरोध निर्वाचित सात प्रत्याशियों भी छात्र संघर्ष समिति के खेमे में आकर अपना समर्थन दे रहे हं। कला महाविद्यालय के उपाध्यक्ष पद पर चंद्रप्रकाश मेघवाल, संयुक्त सचिव केसरसिंह देवड़ा निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, जिन्होंने छात्र संघर्ष समिति को समर्थन दिया। साथ ही विश्वविद्यालय प्रतिनिधि में दिलखुश परिहार, दुष्यंत डांगी, विशाल डांगी और कमलेश डेण्डोर ने भी छात्र संघर्ष समिति को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
एमपीयुटी में त्रिकोणीय मुकाबला :
महाराणा प्रताप कृषि विश्व विद्यालय में भी त्रिकोणीय मुकाबला होगा नाम वापस लेने की प्रक्रिया के बाद अंतिम सूचि जारी हुई उसमे अध्यक्ष पद पर तिन प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है जिसमे सी टी ऐ ई के हिमांशु परिहार और कृष्ण कुमार ढाका तथा आर सी ए के राकेश कुमार चौधरी है । तथा मुख्य सचिव के पद पर प्रेम सिंह रुचिका जैन, और तपिश दवादा है एवं संयुक सचिव के पद पर हंसराज चौधरी हर्षिता जैन व् दिव्या सारंगदेवोत मैदान में है ।