-नामांकन रद्द करने के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे एनएसयूआई के कार्यकर्ता, कॉमर्स कॉलेज में छात्र भीड़े
उदयपुर। सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के केंद्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के प्रत्याशी रौनक पुरोहित का नामांकन रद्द होने के बाद छात्र राजनीति एक बार पूरी तरह गरमा गई है। आज सुबह कॉमर्स कॉलेज में दो सौ से अधिक छात्र रौनक पुरोहित में एकत्र हो गए, जिन्हें पुलिस ने हलका बल प्रयोग करके खदेड़ दिया। इस दौरान एक छात्र के सिर में चोट भी आई है। एक तरफ एबीवीपी अपने प्रत्याशी सोनू अहारी के निर्विरोध निर्वाचित होने से जश्न मना रही है, वहीं दूसरी तरफ एनएसयूआई के छात्रनेता चुनाव करवाने को लेकर संघर्ष कर रहे हंै। रौनक पुरोहित का नामांकन निरस्त करने के विरोध में हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ सोनू अहारी द्वारा आचार संहिता की खुलकर धज्जियां उड़ाने को लेकर एनएसयूआई द्वारा कलेक्टर, एसपी और विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कॉमर्स कॉलेज में आज सुबह रौनक पुरोहित के नामांकन निरस्त करने विरोध प्रदर्शन दो सौ से अधिक छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। रौनक पुरोहित के समर्थन में नारेबाजी की जा रही थी, तभी पुलिस बल ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन छात्र नहीं माने और नारेबाजी तेज कर दी, तब पुलिस ने हल्का बल प्रयोगकर छात्रों को वहां से हटाया, लेकिन छात्र वहां पर पुरोहित के समर्थन में डेट रहे। इस दौरान यश नामक छात्र के सिर में चोट भी आई।
षड्यंत्र का आरोप : निवर्तमान अध्यक्ष हिमांशु चौधरी का कहना है कि भाजपा नेताओं के दबाव में आकर रौनक का नामांकन निरस्त करवाया गया है। छात्र राजनीति में किस पर मुकदमें नहीं होते? विचाराधीन मुक़दमें होने के बावजूद आज तक विश्वविद्यालय के चुनाव होते आए हंै। एमएलए, एमपी भी चुनाव लड़ते आए हैं। सब पर कोई ना कोई मुक़दमे होते हैं, लेकिन अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के पहले यहां सजा सुना दी गई। हिमांशु चौधरी ने एमएलएसयू प्रशासन और चुनाव अधिकारी पर भाजपा नेताओं के दबाव में नामांकन निरस्त करने का आरोप लगाया है। चौधरी का कहना है कि अगर 18 अगस्त को कोर्ट के नए आदेश आए थे तो प्रकाशित क्यों नहीं किए गए?, आदेशों को क्यों दबाकर रखा गया।
कानूनी कार्रवाई की तैयारी : निवर्तमान अध्यक्ष हिमांशु चौधरी ने बताया कि सोनू अहारी द्वारा शुरू से लिंगदोह कमेटी के निर्देशों की पालना नहीं की जा रही थी। शुरू से आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बार-बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि अगर विश्वविद्यालय परिसर के बाहर आचार संहिता का उल्लंघन किया जाता है, तो नियमानुसार जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होते हंै। हिमांशु चौधरी ने बताया कि एनएसयूआई द्वारा सोनू अहारी, जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, एमएलएसयू प्रशासन और चुनाव अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ एक टीम हाईकोर्ट गई है और रौनक पुरोहित के नामांकन निरस्त होने पर स्टे लेने के प्रयास किए जा रहे हंै।
भाई साहब की शरण में : सूचना केंद्र में आज सुबह पासपोर्ट शिविर के उद्घाटन के दौरान सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्ष सोनू अहारी, उनके पिता खेरवाड़ा विधायक नानालाल अहारी, उपजिला प्रमुख सुंदरलाल भाणावत गृह सेवक गुलाबचंद कटारिया से मिले, जहां उन्होंने श्री कटारिया से शपथग्रहण समारोह आयोजित कराने की बात की, लेकिन श्री कटारिया ने कहा कि नियमानुसार तय समय पर सबकुछ हो जाएगा। इधर, यूनिवरसिटी के लीगल एडवाइजर एडवोकेट अरुण व्यास ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होने पर ही शपथग्रहण समारोह होगा।