वकीलों ने किया सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन
उदयपुर, । उदयपुर में गत छह दिनों से जारी वकीलों की हडताल के कारण जनता को भी परेशानी का सामना करना पड रहा है। अधिवक्ताओ की हडताल के चलते कई छोटी धाराओं में जेल भेजे गए लोगों की पैरवी नहीं होने से उनकी जमानत नहीं हो पा रही है जिससे उनके परिजन काफी परेशान है। इधर, वकीलों ने अपनी हडताल जारी रखते हुए मंगलवार को कोर्ट परिसर में सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन किया। बुधवार को अधिवक्त शहर में मौन जुलूस निकालेंगे।
गत दिनों जयपुर विधानसभा के बाहर पुलिस द्वारा वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में जारी हडताल के तहत मंगलवार को भी शहर के बार एसोसिएशन के नेतृत्व में वकीलों ने हडताल रखी एवं कार्य का बहिष्कार किया। पिछले छह दिनों से जारी इस हडताल का खामियाजा छोटी धाराओं में जमानत पर रिहा होने वाले लोगों को भुगतना पड रहा है। शहर के ऐसे कई छोटी धाराओं जैसे आम्र्स एक्ट, शांति भंग एवं मारपीट के मामलों में कई लोग जो कि अपनी जमानत करवाना चाह रहे है परन्तु अधिवक्ताओ द्वारा हडताल के चलते पैरवी नहीं की जा रही है।
छोटी धाराओं में जेल गए लोगों की जमानत करवाने के लिए उनके परिजन इधर-उधर भटक रहे है परन्तु कोई समाधान नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में एक युवक बार एसोसिएशन के सदस्यों से मिला एवं इस संबंध में जानकारी देकर उन्हें उचित समाधान निकालने की गुहार भी की। बार एसोसिएशन के सदस्यों ने इस संबंध में उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
जयपुर में अधिवक्ताओ पर पुलिस लाठीचार्ज और १४ सूत्रीय मांगों को लेकर वकीलों की अनिश्चितकालीन हडताल जारी है। हडताल के तहत कोर्ट परिसर में ही सुंदरकांड का पाठ एवं भजन कीर्तन किया गया जिसमें बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओ ने भाग लिया व सरकार का विरोध करते हुए सरकार को सदबुद्घि के लिये प्रार्थना की। वकीलों द्वारा न्यायिक कार्यों के बहिष्कार एवं स्टेनो स्टाम्प वेण्डर भी इस हडताल में शामिल होने के कारण के कारण कोर्ट परिसर में सन्नाटा छाया रहा।
इधर वरिष्ठ अधिवक्त राजेन्द्र सिंह हिरण को हडताल के दौरान डूंगरपुर जाकर पैरवी करने पर बार एसोसिशन द्वारा दिया गया नोटिस का मामला भी काफी चर्चा में रहा।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष भरत जोशी ने बताया कि वरिष्ठ वकील राजेन्द्र सिंह हिरण पूरे राज्य में वकीलों की हडताल होते हुए भी डूंगरपुर पैरवी करने गये तथा वहां से सूचना आई तभी हमारी अनुशासन कमेटी ने नोटिस देकर कार्यवाही की। इधर वरिष्ठ अधिवक्त राजेन्द्र सिंह हिरण ने बताया कि यह सारी कार्यवाही राजनैतिक द्वेषता के चलते की जा रही है। मैं डूंगरपुर में पैरवी के लिये गया इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। मुझ पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है।