उदयपुर. उदयपुर. हज यात्रा के दौरान गुरुवार को मक्का में मची भगदड़ में उदयपुर का जहीर अब्बास (37) खो गया। विमंदित अब्बास का पिछले 24 घंटे से पता नहीं चला है, लेकिन परिजनों को उसके मिलने की उम्मीत बाकी है। हादसे में जहीर के पिता हातिम अली अख्तरी (55) भी गंभीर चोटिल हो गए। भगदड़ में वे गिर गए और सिर में चोट के बाद वे अचेत हो गए। करीब 36 घंटे के बाद उनको होश आया। वे स्थानीय अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी तीमारदारी के लिए उनकी पत्नी शिरीन बानू मौजूद है। जहीर के चाचा और यहां दिल्ली गेट पर पुलिस कन्ट्रोल रूम के सामने इत्र की दुकान लगाने वाले हिपतुल्ला अख्तरी ने बताया कि परिजन लगातार जहीर को ढूंढने का काम कर रहे हैं, लेकिन अब तक उसकी कोई सूचना नहीं मिल पाई है। वह बोलने-सुनने और समझने में असमर्थ है। उसके पास कोई पहचान पत्र तक नहीं है। एेसे में वहां मौजूद उसके माता-पिता बेहद परेशान और चिंतित है। उनसे लगातार सम्पर्क में बने हुए हैं और वहां की पुलिस व प्रशासन से मदद ली जा रही है। वाट्स एप और दूसरे माध्यमों से जहीर के फोटो को भेजा जा रहा है, जिससे कि जिसे भी वह मिले, सूचना दी जा सके।
उदयपुर से गए थे परिवार के 5 सदस्य
चमनपुरा में इत्र की दुकान लगाने वाले हातिम अली, पत्नी-पुत्र और रिश्तेदार अब्बास अली व सोफिला बानू के साथ हज की यात्रा के लिए गत 6 सितम्बर को उदयपुर से निकले थे। पूरा परिवार हिम्मत नगर की रजा ट्रेवल्स के जरिए करीब 45 सदस्यों के दल में गया था। दल में उदयपुर के यूथ गुट से जुड़े अन्य सदस्य भी थे।