उदयपुर, दिपावली खत्म लेकिन छुट्टियां शुरू इसी के चलते लेकसिटी में पर्यटकों की बहार आयी हुई है। शहर के पर्यटक स्थलों पर भारी भीड उमड रही है, सभी होटले फुल चल रही है।
दीपावली के दूसरे दिन खेखरे की सुबह से ही गुजराती और मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों से पर्यटकों की शहर में बहार आयी हुई है। बारिश अच्छी होने से झीले लबालब है और पर्यटक झीलों की वजह से खींचे चले आ रहे है।
खेखरे की रात तो यह आलम था कि कई पर्यटक होटलें ढुंढते दिखाई दिये जिस होटल रूम का किराया १ हजार से १५०० रूपये था वह ५ से ६ हजार देने पर भी उपलब्ध नहीं था। पर्यटक रात भर घुमते रहे धर्मशालाएं, मुसाफीर खाने होटले सभी फूल है कहीं जगह नहीं । पर्यटक स्थलों फतहसागर, पिछोला, दूधतलाई, सिटी पैलेस, सुखाडिया सर्कल पर पर्यटकों की भीड उमड रही है। फतहसागर मे नेहरू गार्डन,बोटिंग ऊंट सवारी, घोडा सवारी का पर्यटक दिन भर आनन्द लेते दिखाई दिये। सहेलियों की बाडी में दिन भर पर्यटकों की रेलमपेल रही। दूधतलाई पर पिछोला में बोटिंग के लिए लाईन लगी रही और रोपवे पर भी पर्यटको की भारी भीड रही।
लपकों की पौ बारह : पर्यटकों के हुजूम में लपकों की चांदी हो गयी है। गुजराती पर्यटक और महाराष्ट्र से आये पर्यटकों के साथ कई लपकों को देखा गया। सुबह ८ बजे से ही इन लपकों की फिल्डिंग शुरू हो जाती है तो बाईपास से ही प्राइवेट गाडियों के पिछे लग जाते है। तो कई सुबह सुबह आने वाले ट्रावेल्स बसों पर अपना कब्जा जमा लेते है। सूत्रों के अनुसार लपके ग्रुप मे काम रहे है यहां तक की उन्होने पहले से कई होटले बुक करा रखी है जो चार गुना रेट में पर्यटकों को उपलब्ध करवा रहे है। होटल में ठहराने से लेकर खाना और खरीददारी यहां तक की यही लपके बोटिंग,रोपवे आदि जगह ले जाते है जहां इनका कमीशन फिक्स होता है।
खाने की होटलों के बाहर नम्बर : पर्यटको की इतनी तादाद हो गई कि सुबह शाम खाने की होटलो के बाहर नम्बर लेकर टोकन लेने पड रहे है। और नम्बर आने पर अंदर से उस नाम की आवाज लगाई जाती है।
हर तरफ जाम : गुलाबबाग से लेकर सिटी पैलेस गणगोर घाट तक दिन भर जाम की स्थिति रही। ये सभी पर्यटक सािल पास है और पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं है इसलिए दिन भर गुलाबबाग दूधतलाई ओर सिटी पैलेस जगदीश चौक पर जाम लगता रहा।