उदयपुर। शिक्षक यह संकल्प लें कि वे आदर्श शिक्षक बनेंगे। शिक्षक संघ ट्रेड यूनियनों की तरह मात्र अपनी मांगों के लिए लड़ने वाला संगठन ही नहीं रह जाये। शिक्षक के हितों के साथ शिक्षा की चिंता करने का भी पूर्ण दायित्व शिक्षक संघों का हैं। यह विचार पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को फतह स्कूल में आयोजित राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय प्रांतीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किए।
इस अधिवेशन में संपूर्ण राजस्थान के कौने-कौने से 8 हजार से अधिक शिक्षक उपस्थित हुए, पाण्डाल खचा-खच भरा हुआ था तथा शिक्षक बाहर भी खड़े थे, सभी शिक्षकों के आवास, भोजन तथा अन्य प्रकार की समुचित व्यवस्थाओं के लिए उदयपुर संभाग के 450 से अधिक शिक्षक दिनरात सक्रिय हैं, सायं कवि श्रेणीदान चारण के संयाजन में कवि सम्मेलन किया गया। भीलवाड़ा के नरेन्द्र दाधिच, कोटा के गौरश प्रचण्ड, इन्दौर के मुकेश मौलवा तथा उदयपुर की कुमुद पण्ड्या सहित शिक्षकों ने काव्य पाठ किए तथा शिक्षकों का मनोरंजन किया। संयोजक शंकर वया ने बताया कि 4 जनवरी को प्रातः 9 बजे खुला अधिवेशन तथा 11 बजे समापन समारोह होगा। सम्मेलन के सहसंयोजक पुरूषोत्तम दवे, उपसंयोजक भौमसिंह चुण्डावत, चन्द्रप्रकाश मेहता, जिला संयुक्त मंत्री शशीकान्त साह, कोषाध्यक्ष बसंत श्रीमाली, नटवरलाल पांचाल, राजकमल लौहार, रमेशचंद तेली, शाहेदा परवीन, बगदी मेघवाल, जगदीश सुथार आदि ने अतिथियों का सम्मान किया।
अधिवेशन के दौरान शिक्षक निरंतर नारे लगाते रहे। दुरदराज से आए शिक्षक ढोल, नगाड़ों के साथ उत्साहपूर्वक पाण्डाल में पहुंच रहे थे। सारा उदयपुर मानो शिक्षक मय हो गया। लगभग दो घण्टे तक शिक्षकों की भारी उपस्थिति से मार्ग अवरूद्ध रहा। उल्लेखनीय है कि भीषण ठण्ड में भारी संख्या में शिक्षकों की इस प्रकार उपस्थिति अपने आप में उनके संगठन के प्रति समर्पण को दर्शाती है। प्रारंभ में अधिवेशन के संयोजक शंकर वया व प्रांतीय संगठन मंत्री सुन्दर जैन ने परिचय तथा स्वागत उद्बोधन दिया। अधिवेशन के दौरान अधिवेशन स्मारिका अभ्यर्पण का विमोचन किया गया। जिसके सम्पादक प्रकाश वया, चन्द्रशेखर परसाई आदि है। संयोजन प्रांतीय उपाध्यक्ष अरविंद व्यास ने किया। सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत रेजीडेन्सी की बालिकाओं द्वारा किया गया।
शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रांतीय अधिवेषन में शिक्षकों का सैलाब उमड़ा
Date: