उदयपुर. राज्य के अधिकांश शहरों और गांवों में सिर पर मैला ढोना समाप्त कर देने के बावजूद रेलवे इस परंपरा को चलाए हुए है। पिछले दिनों अजमेर स्टेशन पर एक सफाईकर्मी को रेलवे ट्रैक से उठाया मैला सिर पर ढोते देखने की शिकायत राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष आर.डी.जावा ने रेल मंत्री से की है। जावा ने अजमेर मंडल रेल प्रबंधक से भी जवाब तलब किया है।
जावा ने यह जानकारी मंगलवार को अलका होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। जावा ने बताया कि छह माह पूर्व सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद से वे सिर पर मैला ढोने की परंपरा के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं। जावा ने बताया कि अजमेर स्टेशन पर सिर पर मैला उठाने का पहला मामला सामने आया है। जावा ने बताया कि सिर पर मैला ढोने की शिकायत 26 दिसंबर को अजमेर यात्रा के दौरान जागरूक नागरिकों ने सर्किट हाउस में की थी। प्रतिनिधि मंडल ने अजमेर स्टेशन पर सिर पर मैला ढोने के सबूत भी पेश किए थे।
जावा ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान भी मौजूद थे। इस घटना को लेकर जवाब तलब करने पर अजमेर स्टेशन के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सिर पर मैला ढोने वाला सफाईकर्मी रेलवे कर्मचारी नहीं था। स्टेशन पर सफाई कार्य ठेके पर होने से वह ठेकेदार द्वारा नियुक्त कर्मचारी था।
जावा ने इन जवाबों पर अपनी असंतुष्टि व्यक्त करते हुए अजमेर मंडल रेल प्रबंधक मनोज सेठ से जवाब तलब किया है। जावा ने उन्हें लिखा कि सफाईकर्मी चाहे ठेकेदार के अधीन काम करता हो, मगर वह अपनी सेवा रेलवे के लिए दे रहा था।
जावा ने डीआरएम से स्पष्टीकरण मांगा है कि उनकी शिकायत पर किस जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ क्या कार्यवाही की गई। भविष्य में मैला सिर पर ढोए जाने से रोकने के क्या इंतजाम किए गए।