पोस्ट न्यूज़ . लोगों में इंसानियत इस हद तक मर चुकी है कि बेशर्म लोग दुर्घटना के स्थल मर पहुच जाते है तो बजाय घायलों की मदद करने के उनके साथ सेल्फी लेने लगते है . हद तो यह हो चुकी है एक्सीडेंट में मरे हुए लोगों के साथ भी सेल्फी लेने से नहीं चुकते . राजस्थान धोलपुर की घटना और यह फोटो इसका जीता जागता साबुत है . धोलपुर राजस्थान में यहाँ करौली से बाड़ी जा रही यात्रियों से भरी एक निजी बस रविवार दोपहर घाटी पर ढलान उतरते समय अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार लोगों ने बताया कि घटना के बाद बस की स्पीड करीब 90 किलोमीटर रही होगी। हादसे में बस के पायदान पर खड़े तीनों युवकों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। इस दौरान कुछ लोग घायलों की मदद करने के बजाए वीडियो बनाते नजर आए। एक लड़का तो लाश के साथ सेल्फी लेने लगा।
हादसे में हल्के (40) पुत्र श्रीपति मीणा निवासी भउआपुरा (करौली), विक्रम (23) पुत्र विरजा मीणा निवासी नहर गढ़ (करौली) व शरीफ (35) पुत्र मोहम्मद रसीद निवासी कहार पाडा बाड़ी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 20 यात्री घायल हो गए।
घायलों को ग्रामीणों की मदद से बस से बाहर निकाला गया तथा 19 घायलों को अस्पताल करौली व एक घायल को सरमथुरा में भर्ती कराया है। प्रत्यक्षदर्शी बस सवार ने बताया कि हादसे के बाद बस में चीखपुकार मच गई थी। किसी के हाथ तो किसी के पैर में चोट लग गई थी।
– सभी यात्री एक-दूसरे के ऊपर दबे हुए थे। बस के गेट के तरफ पलटने के कारण निकलने का रास्ता बंद हो गया था।
– घटना के बाद ग्रामीणों ने बस के ऊपर से यात्रियों को खींचकर बाहर निकाला। बस के अंदर यात्री एक-दूसरे के ऊपर-नीचे हो रहे थे। पुरुष बस से निकलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन महिलाएं व बच्चे चीख रहे थे।
– हादसे के कारणों को घायल राजेश ने बयां करते हुए कहा कि चालक बस को 80-90 की स्पीड से दौड़ा रहा था, बथुआखोंह ढलान में आने पर एक साथ घुमा दिया। जिससे बस अनियंत्रित होकर पलट गई।