खेरवाड़ा। कस्बे के निजी विद्यालय गायत्री विद्या मंदिर में अध्ययनरत बच्चों को घर ले जा रही स्कूल बस के सोमवार को गोदावरी के पास पुलिया पर नदी में पलट गई। इस दुर्घटना में 40 बच्चे घायल हो गए, इनमें से पांच की हालत गम्भीर होने के कारण उन्हें उदयपुर रैफर किया गया। शेष को प्राथमिक उपचार के पश्चात घर भेज दिया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा चालक की लापरवाही के कारण हुआ है। पुलिस के अनुसार स्कूल छूटने के बाद बायड़ी, भाणदा व फुटाला क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को लेकर जा रही बस पलट गई।
मौके पर एक साथ इतने छात्र-छात्राओं को घायल देख वहां कोहराम मच गया। जिसको जो साधन मिला, उसमें बच्चों को राजकीय व एक निजी चिकित्सालय में लाया गया। 108 एम्बुलेंस भी मौके पर पहंुची और 2 फेरे कर घायल बच्चों को स्थानीय राजकीय चिकित्सालय लाई। चिकित्सालय में अधिकतर बच्चों का प्राथमिक उपचार कर घर भेज दिया गया। वहीं राजकीय चिकित्सालय से निंकुज (14) पुत्र चन्दूलाल पटेल व भाविका (6) पुत्री मगनलाल पटेल और निजी चिकित्सालय से प्रशान्त (5) पुत्र शंकरलाल, जया (8) पुत्री प्रभुलाल उम्र 8 वर्ष, मेहुल पुत्र मणीलाल व विजय पुत्र चन्दूलाल को उदयपुर रैफर किया गया।
यह हुए घायल
घायलों में भाविका पुत्री बंशीलाल, भावेश पुत्र दिनेश, विपिन पुत्र चन्दूलाल, तनुज पुत्र प्रभूलाल, पुष्पेन्द्र पुत्र रामचन्द्र, ललित पुत्र शांतिलाल, सीमा पुत्री शांतिलाल, कुशल पुत्र बालूराम, कुशल पुत्र बाबूलाल, रोहन पुत्र कैलाश, हेमानी पुत्री पवन, तुषार पुत्र नारायणलाल, अनीश पुत्र राजेश, श्यामलाल पुत्र मगनलाल, सुनील पुत्र नानालाल, चंचल पुत्री नानालाल, प्रियांशु पुत्र बंशीलाल, तपेश पुत्र मणीलाल, ध्रुव पुत्र हरीश, पलक पुत्री हरीश, अंकित पुत्र कान्तिलाल, चन्द्रेश पुत्र साकरचन्द, रूचिका पुत्री हरिशचन्द्र, प्रियानी पुत्री बंशीलाल, साक्षी पुत्री कांतिलाल, दिव्यांशु पुत्र प्रवीण, निमित पुत्र गौरीशंकर, शोरन पुत्र दिनेश, लेमन पटेल, जानकी पुत्री मोहनलाल, प्राची पुत्री मोहनलाल, पलक पुत्र हरिश, दिव्या पुत्री नाथूलाल, हितेश पुत्र सुन्दरलाल, विशाल पुत्र मगनलाल का उपचार किया गया।
परिजन पहुंचे चिकित्सालय
घटना की सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन व रिश्तेदार चिकित्सालयों की ओर दौड़ पड़े। कई अभिभावक एक से दूसरे चिकित्सालय में अपने बच्चों को ढूंढते दिखाई दिए।
नहीं पहुंचा विद्यालय प्रबंधन
विद्यालय प्रबंधन से एक भी व्यक्ति या कर्मचारी मौके या चिकित्सालय में नहीं पहुंचा। वहीं उन्होंने अपने निजी प्रयासा से दुर्घटना के 1 घंटे में ही बस को क्रेन की मदद से निकाल कर मौके से हटवा ली।