शहर में विभिन्न समाजों के सामुहिक विवाह आयोजन
उदयपुर। बसंत पंचमी पर अबूझ मुहूर्त के में शनिवार सुबह से शहरभर में विभिन्न समाजों के सामुहिक विवाह आयोजन शुरू हो गए। विभिन्न समाजों के सौ से अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर नवजीवन में प्रवेश करेंगे। शहर की तमाम वाटिकाएं, ग्राउंड्स, सामुदायिक भवन, होटलों में आयोजन हो रहे हैं। शहर में चहुंओर चहल-पहल दिखाई दी, वहीं बाजार सूने रहे।
सर्ववर्गीय कलाल संगिनी महिला मंडल के बैनर तले पहली बार यूनिवरसिटी रोड स्थित सांवलिया गार्डन में हो रहे सामुहिक विवाह आयोजन में 16 जोड़े परिणय सूत्र में बंध रहे हैं। अध्यक्ष मधुबाला जायसवाल के अनुसार सुबह 7.30 बजे गणपति स्थापना के बाद 9.30 बजे शोभायात्रा निकाली गई, जो गार्डन से आनंद प्लाजा, दुर्गा नर्सरी सर्किल होते हुए वापस आयोजन स्थल पहुंची। शाम को विदाई समारोह होगा। तैलिक साहू समाज के टाउनहाल परिसर में 12 जोड़ों के सामूहिक पाणिग्रहण के तहत सुबह 11 बजे धानमंडी स्थित हनुमान चौक से शोभायात्रा निकली जो देहलीगेट होते हुए टाउनहॉल पहुंची। दोपहर से हुमड़ भवन में प्रीतिभोज आरंभ हुआ जो शाम तक चलेगा। बीजासन माता मंदिर परिसर में अखिल भारतीय राजपूत महासभा संस्थान की ओर से 19 जोड़ों की सामूहिक शोभायात्रा सुबह 8 बजे गोवर्धनविलास गांव स्थित चारभुजा मंदिर से रवाना हुई जो 2 बटा, सेक्टर 14 होते हुए आयोजन स्थल पहुंची।
झूलेलाल सेवा समिति की ओर से सेक्टर 4 स्थित विद्या निकेतन स्कूल में 24 जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे। वर-वधु सुबह 11 बजे आयोजन स्थल पहुंचे जहां 12.30 बजे से विवाह की रस्में शुरू हुई। यहां शाम को आशीर्वाद समारोह होगा। फिर रात्रि 11.30 बजे विदाई होगी।
मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की ओर से रेलवे ट्रेनिंग ग्राउंड पर 21 जोड़े नवयुगल बनेंगे। यहां सामुहिक बिंदोली पूर्व में ही निकाली गई। इसके अलावा राजपूत महासभा संस्थान उदयपुर संभाग की ओर से रावजी का हाटा स्थित हेमराज राष्ट्रीय व्यायामशाला में सात जोड़ों की सुबह आठ बजे शोभायात्रा निकली, जो विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस आयोजन स्थल पहुंची। तोरण व ध्वजारोहण के साथ समारोह शुरू हुआ। श्री क्षत्रिय रावत वारी समाज सामुहिक विवाह समिति के साझे में नाइयों की तलाई स्थित तेरापंथ भवन में पांच जोड़ों का सामुहिक विवाह के आयोजन सुबह शुरू हुए।