उदयपुर । सागवाड़ा में २९ मई को समानता मंच द्वारा आव्हान की गयी धिक्कार रैली की हुंकार पुरे संभाग सहित जयपुर के राजनीति गलियारों मे गूंज रही है। टीएसपी क्षेत्रों के सामान्य और ओबीसी वर्ग अपने संवेधानिक हक़ के लिए जब खड़े हुए तो संख्यां दिनों दिन बढ़ते हुए लाख का आंकड़ा पार कर रही है। यही संख्या सरकार के नेताओं को एसी मे भी पसीने छुटा रही है। क्यूं कि इस बार आरोप सीधे सरकार पर है जिसने टीएसपी क्षेत्र के सामान्य और ओबीसी वर्ग की पैरवी करने मे ढिलाई बरती।
हाईकोर्ट द्वारा टीएसपी क्षेत्र में स्थानीय सामान्य और ओबीसी वर्ग की वरीयता अधिसूचना के निरस्त होने में राज्य सरकार की कमजोर पैरवी के विरोध में समानता मंच द्वारा 29 मई को सागवाड़ा में धिक्कार रैली का आयोजन किया जारहा है। प्रस्तावित धिक्कार रैली में संभाग भर से एक लाख लोगों के पहुचने की संभावनाएं है। राजस्थान में गुर्जर आन्दोलन के बाद यह सबसे बड़ा आन्दोलन बताया जारहा है। रैली में आने वाली संख्या को लेकर जहाँ एक तरफ संभाग भर का पुलिस प्रशासन महकमा हरकत में आगया है, वहीँ दूसरी तरफ सरकार में भी खलबली मच गयी है।
संभाग के जनजाति उपयोजना क्षेत्र को लेकर तीन साल पहले टीएसपी में निवासरत सामान्य और ओबीसी वर्ग को सरकारी नियुक्तियों में वरीयता देने की अधिसूचना को ११ मई को हाईकोर्ट द्वारा रद्द कर दिया गया था। आरोप है की मोजुदा राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में ठीक ढंग से पैरवी नहीं ई और कमजोर पैरवी के कारण हाईकोर्ट में जीता हुआ फैसला विरुद्ध चला गया। हाईकोर्ट के फैसले के बाद उदयपुर संभाग के टीएसपी सामान्य और ओबीसे वर्ग में खासा आक्रोश छा गया है . जिसको लेकर वागड़ मेवाड़ और मारवाड़ तक टीएसपी क्षेत्रों में प्रदर्शन हो रहे है। अधिसूचना रद्द होने में राज्य सरकार द्वारा कमजोर पैरवी करने के विरोध में २९ मई को समानता मंच द्वारा सागवाडा के कोलेज ग्राउंड में धिक्कार रैली का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार धिक्कार रैली में एक लाख लोगों के पहुचने की संभावना है। पहले ५० हज़ार लोग के आने की संभावना थी लेकिन लोगों के आक्रोश और धिक्कार रैली को सभी समाज जन के समर्थन को देखते हुए संख्या एक लाख तक पहुच सकती है। समानता मंच के संस्थापक दिग्विजय सिंह चुण्डावत ने बताया कि टीएसपी क्षेत्रों से जुडी हर पंचायत में धिक्कार रैली को समर्थन मिल रहा है। लोग आक्रोशित है और अपने हक के लिए खड़े होने का माद्दा हर आम नागरिक है।
अधिसूचना का यह है मामला :
राज्यपाल ने पहले अधिसूचना जारी की थी कि टीएसपी की भर्तियों में ४५ फीसदी स्थानीय एसटी पांच फीसदी एससी व् शेष ५० फीसदी सामान्य वर्ग के पद भरे जायेगें। इसमे राज्य का कोई भी व्यक्ति नियुक्त हो सकता है। समानता मंच की लम्बी लड़ाई के बाद १६ जून २०१३ को राज्यपाल ने एक और अधिसूचना जारी की जिसके अनुसार स्थानीय एसटी एससी वर्ग के लिए ४५ व् ५ प्रतिशत यथावत रहेगें लेकिन शेष ५० प्रतिशत स्थानीय सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित रहेगा। इस दूसरी अधिसूचना के बाद पिछले ३ वर्षों में सामान्य वर्ग के स्थानीय लोगों को खासा लाभ मिला। लेकिन अभी हाल ही में ११ मई को हाई कोर्ट ने दूसरी अधिसूचना को रद्द कर दिया।
मंच के समर्थन में इस्तीफे और रैलियां :
समानता मंच की धिक्कार रैली के समर्थन में कई पंचायत में दर्जन भर जन प्रतिनिधियों ने अपने पद से त्याग लिख कर सौपे साथ ही सैकडों भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भी अपनी सदस्यता से त्याग पत्र दिये जो मण्डल अध्यक्ष को सौपे जाऐंगे। गांवों कस्बों में धिक्कार रैली के सम्बन्ध में बैठक और रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। कई समाज व् संगठनों का समर्थन समानता मंच को मिला है। शोशल मीडिया पर भी समानता मंच की धिक्कार रैली के बीसियों ग्रुप बना कर लोगों से अपने हक़ के लिए लड़ने के लिए के लिए समर्थन मांगा जारहा है।
सरकार और प्रशासन सतर्क :
सूत्रों की माने तो धिक्कार रैली में संभाग भर से एक लाख से अधिक लोगों के पहुचने की संभावना है। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि राजस्थान में गुर्जर आन्दोलन के बाद सबसे बड़ा आन्दोलन होगा। पूर्व में धिक्कार रैली सागवाड़ा के महिपाल खेल मैदान में होनी थी लेकिन अब समर्थन और संख्या को देखते हुए रैली सागवाडा के कोलेज ग्राउंड में प्रस्तावित है। कल पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने मोके को देखा। इधर रैली की संख्या को देखते हुए भाजपा के कई विधायक और जन प्रतिनिधि भी सकते आये हुए है, आलाकमान तक हर एक एक्शन की रिपोर्ट पहुचाई जा रही है। क्यूँ कि समानता मंच ने राज्य सरकार पर हाईकोर्ट में कमजोर पैरवी करने का आरोप लगाया है। कमजोर पैरवी के कारण ही जीता हुआ फैसला हार गए।
इनका कहना। ..
हाईकोर्ट ने पूर्व की जारी अधिसूचना को असंवेधानिक निरस्त कर दिया है, अब सरकार का यह दायित्व है कि संवेधानिक प्रक्रिया अपनाते हुए टीएसपी के सामान्य और ओबीसी वर्ग को राहत प्रदान करे। सरकार को अपने दायित्व का अहसास दिलाने के लिए इस रैली का आयोजन किया जारहा है। दिग्ग्विजय सिंह चुण्डावत , समानता मंच संस्थापक संरक्षक