उदयपुर। फेस्टीवल सीजन के चलते बसों, ट्रेनों में यात्रियों का भार बढ़ा हुआ है। सरकारी रोडवेज में जहां एक तरफ सीट नहीं मिल रही है, वहीं निजी ट्रेवल्स वालों ने किराये में डेढ़ से दो गुना तक इजाफा कर लूट मचा रखी है। उधर ट्रैन के रिजर्वेशन फुल हंै। रेलवे अधिकारी कुछ ट्रेनों में अलग से कोच लगाने की तैयारी कर रहे हैं। राजस्थान रोडवेज में कुछ रूट पर अतिरिक्त बसें चलाने की तैयारी है।
ट्रेन रिजर्वेशन के लिए लंबी वेटिंग : पिछले एक हफ्ते से उदयपुर से चलने वाली ट्रेनों में बर्थ सीट नहीं है। उदयपुर से चलने वाली खजुराहो एक्सप्रेस, मेवाड़ एक्सप्रेस, बांद्रा एक्सप्रेस, न्यू जलपाई गुड़ी और शालीमार एक्सप्रेस जैसी लंबी दूरी की ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। कई लोग अपने कंफर्म रिजर्वेशन के दुगुनी कीमत देने तक तैयार है। रेलवे प्रशासन ने यात्री भार को देखते हुए उदयपुर से दिल्ली सराय रोहिल्ला चलने वाली चेतक एक्सप्रेस में कोच बढ़ाने की तैयारी कर ली है, जो जनरल कोच के साथ स्लीपर, थर्ड और सैकंड ऐसी कोच भी बढ़ाए जाएंगे।
रोडवेज ठसाठस : आसपास के शहरों में चलने वाली रोडवेज बसों में भले जगह मिल रही है, लेकिन 100 किमी से अधिक दूरी के शहरों के लिए जैसे अजमेर, जयपुर, अहमदाबाद आदि के लिए रोडवेज की बसों में पहले से बुकिंग हो गई है। सबसे अधिक ट्रैफिक जयपुर और अहमदाबाद का है, गुजरात में चलने वाली राजस्थान रोडवेज की बसों में पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है, क्योंकि वहां के कामगार इस त्योहारी सीजन में ही घर आते हैं। राजस्थान रोडवेज के अधिकारियों ने अहमदाबाद रूट पर जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त बसों का इंतज़ाम किया है।
निजी ट्रावेल्स में लूट : ट्रेनों और रोडवेज बसों में जगह नहीं मिल पाने पर यात्री निजी ट्रेवल्स की तरफ जा रहे है। ऐसे में ट्रेवल्स वालों ने यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए पूरी तरह लूट मचा रखी है। अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, पुणे, मुंबई आदि जगह चलने वाली ट्रेवल्स में किराया दो से तीन गुना तक वसूला जा रहा है। अहमदाबाद का किराया 200 से 300 रुपए होता है, वहीं आते वक्त यह किराया छह सौ से एक हजार तक बढ़ जाता और इतने रुपए देते हुए भी सीट नहीं मिल रही है। मुंबई-पुणे के लिए एक हजार से दो हजार तक किराया लग रहा है।
इनका कहना
उदयपुर से चलने वाली बसों में यात्रियों को देखते हुए इंतज़ाम पूरे किए हैं। अहमदाबाद से आने वाला ट्रैफिक अधिक रहता है। इसलिए उस रूट पर अतिरिक्त बसें लगाई गई है।
राजेंद्र उपाध्याय, चीफ मैनेजर, रोडवेज
यात्रियों के भार को देखते हुए 24 और 25 अक्टूबर को चलने वाली चेतक एक्सप्रेस में स्लीपर कोच और थर्ड ऐसी के एक-एक कोच बढ़ाए गए है। इससे अब स्लीपर की 72 बर्थ और थर्ड ऐसी की 62 बर्थ यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेगी।
-तरुण जैन, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तरी पश्चिमी रेलवे