-कथित ब्लैकमेलिंग केस में आया नया मोड़
-कोर्ट में क्यों पेश नहीं कर रही पुलिस अश्लील क्लिपिंग और फोटोग्राफ्स ?
-ब्लैकमेलिंग के आरोपों से घिरी रुबीना की कहानी का एक पहलु यह भी,
उदयपुर । ब्लेकमेलिंग के आरोपों से घिरी रूबीना ने जमानत मिलने के दूसरे दिन इस ’षडयंत्र’ से जुडे कई खुलासे कर सभी को चौंका दिया है । अपने आप को पीड़ित बताने वाले परिवादी भी इस खुलासे और राज़ सामने आने से भयभीत है । । साथ ही पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई भी एक तरफ़ा और सोची समझी षड्यंत्र का हिस्सा लग रही है। रुबीना ने चुनौती देते हुए कहा कि पुलिस के पास मेरी कोई अश्लील क्लिपिंग है तो उसको सार्वजानिक करे । इधर पुलिस पहले ऑडियो का हवाला देते हुए गिरफ्तारी की बात कर रही थी अब १८ मिनट की वीडियो क्लिप होने का दावा करते हुए जाँच की बात कर रही है।
रुबीना ने उदयपुर पोस्ट को बताया कि उस पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाने वाले परिवादी मोहम्मद शरीफ व् उसके साथियों ने पति प्रवीण कुमावत के साथ मिल कर पुलिस को रिश्वत देकर झूठा केस दर्ज करवाने का आरोप लगाया है। रुबीना ने कहा कि पुलिस ने बिना सबुत बिना जांच किये मुझपर ब्लैकमेलिंग, जिस्म फरोशी , और मसाज पार्लर चलाने जैसे गंभीर आरोप लगाये है। जब कि इनमे से एक भी आरोप के साक्ष्य पुलिस ने कोर्ट में पेश नहीं कर सकी । रुबीना ने अपने ऊपर ब्लेकमेलिंग का आरोप लगाने वाले मोहम्मद शरीफ और उसके सफ़ेदपोश साथियों को मुंबई लडकिया सप्लाई करने वाला दलाल बताया है।
रुबीना ने दावे के साथ कहा कि पुलिस या फिर उस पर आरोप लगाने वालों के पास अगर उसकी अश्लील वीडियो और फोटोग्रॉफ्स हो तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए । उसका कहना है कि ऐसी कोई क्लिपिंग न तो उसने बनाई और ना ही किसी दूसरे ने बनाई है। रुबीना ने बताया कि जो अश्लील फोटो उसके बता कर वायरल किये जारहे है वह उसके है ही नहीं। जो उसके फोटो है, वह उसके फेसबुक अकाउंट और उसके पति द्वारा वायरल किये जारहे है ।
रूबीना के इस बेबाक खुलासने के बाद पुलिस की सम्पूर्ण कार्रवाई शक के दायरे में आ गई है । गौरतलब है कि पुलिस ने अश्लील फोटो खीच कर ब्लेकमेलिंग करने के आधार पर रुबीना को आरोपी बनाया है, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस कोर्ट में भी इस केस का यह मजबूत साक्ष्य पेश नहीं किया है। रुबीना के वकील राव रतनसिंह ने अनुसंधान अधिकारी को कोर्ट में ऐसे कई सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है, जिसके जवाब उनके पास नहीं है।
रुबीना का कहना है कि प्रवीण कुमावत उसका पति है, जिसने और शरीफ और उसके साथियों ने मिलकर उसके खिलाफ ये षडय़ंत्र रचा है। उसका कहना है कि शरीफ उसे रखैल बनाकर रखना चाहता था, जो उसे मंजूर नहीं था। उसी वजह से उसने शरीफ से डेढ़ साल पहले ही दूरियां बना ली और प्रवीण कुमावत के खिलाफ उसने महिला थाने में घरेलु हिंसा का मुकदमा कर रखा है। प्रवीण चाहता था कि उसके खिलाफ पीटा एक्ट की कार्रवाई हो जाए, ताकि उसे घरेलु हिंसा के मामले में मदद मिले। उसने बताया कि अप्रैल माह के पहले सप्ताह में इन लोगों के खिलाफ उसने गोवर्धनविलास थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी कि ये लोग उसके मोबाइल नंबर कई लोगों को बांट रहे हैं, जो उसे कॉल करके गंदी बाते करते हैं, जब यह बात शरीफ को पता चला तो उसने पुलिस के साथ मिलकर ये सारा षडय़ंत्र रचा है।
शरीफ का झांसा :
रुबीना ने बताया कि प्रवीण से अलग होने के बाद वह सेक्टर १४ में फ्लैट लेकर रह रही है। इसी बीच उसकी शरीफ से नजदीकियां बढ़ी। नौकरी दिलाने के नाम पर उसे एक बार शरीफ मंबई लेकर गया, जहां पर किसी से नौकरी की बात नहीं कराई। बाद में अखबार में मदरसा बोर्ड की नौकरी का विज्ञापन दिखाकर बबली मामा नामक व्यक्ति के साथ उसे कार में भीलवाड़ा भेजा, लेकिन वहां पर भी नौकरी की बात नहीं हुई। बबली मामा ने कार में छेडख़ानी की, विरोध करने पर बबली मामा बाद में आगे की सीट पर बैठ गया और उदयपुर आ गए। रुबीना ने बताया कि शरीफ ने नौकरी का झांसा देकर उसे जयपुर भेजा, जहां उसे एक होटल में भेजा गया, वहां कमरे में पहले से मोहम्मदी भाई नामक व्यक्ति था, जिसे देखकर वह वापस उदयपुर लौट आई। इसके बाद से शरीफ से उसका कोई संपर्क नहीं है। उसने कहा कि शरीफ से वह पिछले डेढ़ वर्ष से नहीं मिल है, जिसका पता कॉल डिटेल निकालकर लगाया जा सकता है। रुबीना का कहना है शरीफ के भाई रफीक ने उसके खिलाफ जो पहली एफआईआर दर्ज कराई है, उसे वह जानती तक नहीं है। इस एफआईआर के दर्ज होने के बाद शरीफ ने भी ऐसी ही एक और एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें बताया गया है कि अश्लील क्लिपिंग के जरिये उसने इन दोनों भाइयों को ब्लैकमेल किया है। ऐसी कोई अश्लील क्लिपिंग नहीं है। रुबीना ने बताया कि क्रमैं फ्लैट में मसाज पार्लर चलाती हूं और किताबों के पीछे मोबाइल छुपाकर अश्लील क्लिपिंग बनाती हूं, लेकिन मेरे घर में मसाज पार्लर के कोई एक्यूपमेंट्स या किताबें है ही नहीं। पुलिस को भी अभी तक ऐसे कोई फोटो या वीडियो कही से नहीं मिले जिस कि वजह से उसपर ब्लेकमेलिंग का आरोप सिद्ध हो सके, रुबीना का कहना है कि उसके वायरल किए गए फोटोग्राफ और एक डांस की क्लिपिंग उसके पति प्रवीण ने ही लिए थे। इसके अलावा कोई क्लिपिंग और फोटोग्राफ नहीं है।
रुबीना ने मोहम्मद शरीफ उसके सफेदपोश साथी विशाल लूथरा, सैफुद्दीन तोपवाला, लोकेश पालीवाल, युनुस सलीम जिन्होंने इस ब्लेकमेलिंग मामले में झूठी गवाही दी है, पर मुंबई और जयपुर बड़े बड़े लोगों को शहर की लड़कियां सप्लाई करने का भी आरोप लगाया है। रुबीना ने कहा कि शरीफ ने कई बार उसको भी कई लोगों के सामने परोसने के प्रयास किये । उसको इस बात के लिए भी जिद्द करता रहा की तेरे संपर्क में और लड़कियां होतो बता। रुबीना ने बताया कि जिन्होंने गवाही दी है वे सभी इसके साथी है और सभी का यही काम है।
सवाल मांगते जवाब
-फरियादी शरीफ बरकत कॉलोनी, सवीना का रहने वाला है, जबकि उसने एफआईआर में गलत पता अंकित करवाया?
-रुबीना रिहायशी इलाके के अपार्टमेंट में मसाज पार्लर चलाती है, तो आस-पड़ोस से पुलिस ने बयान क्यों नहीं लिए और कोई एक्यूपमेंट बरामद क्यों नहीं किए?
-घटना कितने समय पूर्व की है, एफआईआर में अंकित नहीं है।
-रिपोर्ट गोवर्धनविलास थाने में दर्ज करानी चाहिए थी, जबकि डीवाईएसपी पूर्व के ऑफिस में जाकर रिपोर्ट दी गई। इसका क्या कारण है?
-रुबीना एक कार शो रूम में काम करती है, वहीं से उसकी गिरफ्तारी की गई है, तो वह मसाज पार्लर कब चलाती थी?
-रफीक ने एफआईआर दर्ज कराई थी, उसमें शरीफ गवाह है, तो सात दिन बाद अचानक ऐसा क्या हुआ, जो शरीफ ने भी रुबीना के खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों कराई।
-रफीक और शरीफ की एफआईआर में चार गवाह बनाए गए हैं, जिनमें एक प्रवीण कुमावत रुबीना का पति है।
-गवाहों का कहना है कि उन्हें भी रुबीना ने ब्लैकमेल किया था, तो क्या उनकी भी क्लिपिंग बनाई गई थी। अगर बनाई गई, तो वो क्लिपिंग और शरीफ और रफीक की बनाई गई क्लिपिंग कहां है?
यही सारे सवाल रुबीना के अधिवक्ता राव रतन सिंह ने सुनवाई के दौरान डिप्टी माधुरी वर्मा से किये थे जिसमे से एक भी सवाल के जवाब माधुरी वर्मा नहीं दे पाई थी , इस पर कोर्ट ने फटकार भी लगाईं थी। पुलिस अभी भी इन सवालों के जवाब देने से बच रही है।
पति प्रवीण ने चार बार गिराया मेरा गर्भ :
रुबीना ने बताया कि उसने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर प्रवीण से शादी की थी। शादी के बाद से जब भी वह गर्भवती होती, उसे दवाइयां देकर गर्भ गिरा दिया जाता। उसने बताया कि एक दफा प्रवीण और उसकी मां वीना उसे वल्लभनगर ले गए, तब उसे सात माह का गर्भ था। वहां सरकारी अस्पताल में उसका गर्भ गिरा दिया गया। इसके बाद उसका पति उसे फतहपुरा पर एक होटल में छोडक़र चला गया। रुबीना ने बताया कि उसकी पहचान एडवोकेट रागिनी शर्मा से थे, जिन्हें उसने फोन किया। तब उसके शरीर में पोइजन फैल गया था, उसे पांच दिन तक एमबी हॉस्पीटल में भर्ती रहना पड़ा। इसी दौरान उसने प्रवीण और उसकी मां वीना के खिलाफ अंबामाता थाने में १४ जून, २०११ को मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन बाद में दोनों मां-बेटे ने उसे समझा-बुझाकर समझौता कर लिया।