अवैध वसूली का कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों से मारपीट, बंधक बनाया, कैमरा छीना, पुलिस के आने से पहले दस्ते के साथ भागी आरटीओ की महिला इंस्पेक्टर
उदयपुर। बलीचा बाइपास के आगे अवैध वसूली कर रहे आरटीओ के उडऩदस्ते में शामिल महिला इंस्पेक्टर और गार्डों ने बीती शाम खुलेआम गुडागर्दी मचा दी। अवैध वसूली का कवरेज करने पहले दो पत्रकारों के साथ मारपीट की गई और उनका कैमरा छीन लिया। सूचना पुलिस तक पहुंची उससे पहले ही महिला इंस्पेक्टर उडऩदस्ते के साथ मौके से भाग छूटी। इस संबंध में आरटीओ और डीटीओ ने जांच करवाने की बात कहते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया, जबकि यह खुलेआम भ्रष्टाचार और पत्रकारों के साथ मारपीट, बंधक बनाने और कैमरा छीनने का गंभीर मामला है। इधर, इस संबंध में पत्रकारों द्वारा महिला इंस्पेक्टर व उडऩदस्ते में शामिल गार्डों के खिलाफ गोवर्धनविलास थाने में शिकायत की गई, लेकिन पुलिस भी इस मामले में उदासीन दिखाई पड़ रही है।
इस घटना की लेकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रतापङ्क्षसह राठौड़ सहित सभी पत्रकारों और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने निंदा की है। इसके साथ ही महिला आरटीओ की महिला इंस्पेक्टर पर कार्रवाई करने की मांग की है। गुरुवार शाम को आरटीओ का एक उडऩदस्ता द्वारा बलीचा बाइपास पर ट्रकों वालों से अवैध वसूली की जा रही थी। अवैध वसूली की इस सूचना पर शाम छह बजे क्रउदयपुर न्यूज चैनलञ्ज के पत्रकार राहुल आचार्य कवरेज करने के लिए पहुंचा। सवीना बलीचा के बीच हाइवे बाइपास पर पहाड़ी के पास आरटीओ का उडऩदस्ता जीप नंबर आरजे ३२ टीए 1428 में बैठी आरटीओ की महिला इंस्पेक्टर अक्षमिता चार गार्डों के साथ ट्रक वालों से अवैध वसूली कर रही थी। राहुल ने झाडिय़ों के पीछे से अवैध वसूली करते हुए आरटीओ के गार्डों को कैमरे में कैद किया। कुछ ही देर में गार्ड और महिला निरीक्षक अक्षमिता ने पत्रकार राहुल को देख लिया और घेरा डालकर राहुल को पकडऩे का प्रयास किया। इसी बीच राहुल ने क्रमददगारञ्ज के रिपार्टर भावेश जाट को फोन करके बुलाया, तब तक राहुल पहाड़ी पर ही भागता रहा। बाद में भावेश वहां पहुंचा, तो राहुल ने कैमरा उसे दे दिया। इस बीच राहुल को आरटीओ के गार्डों ने पकड़कर बंधक बना लिया। इन सभी को भावेश ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। इस दौरान राहुल के साथ मारपीट की गई। बाद में इन लोगों ने भावेश को भी पकड़ लिया और कैमरा छीन लिया, लेकिन भावेश ने कैमरे से मोमोरी कार्ड निकालकर जेब में रख लिया। भावेश ने इस संबंध में क्रमददगारञ्ज में फोन किया। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले ही महिला इंस्पेक्टर अक्षमिता उडऩदस्ते के साथ मौके से भाग छूटी। इसके बाद राहुल की तरफ से गोवर्धनविलास थाने में महिला इंस्पेक्टर अक्षमिता और आरटीओ के गार्डों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस भी इस गंभीर मामले में उदासीनता बरते हुए हैं।
चौथवसूली में बदनाम है महिला इंस्पेक्टर : आरटीओ इंस्पेक्टर अक्षमिता हाइवे पर चौथवसूली के मामले में काफी बदनाम है। कल शाम को अक्षमिता आरटीओ की जीप में बैठी थी, जबकि अन्य गार्ड हाइवे पर ट्रक ड्राइवरों से चौथवसूली कर रहे थे। कई ट्रांसपोर्ट वालों ने इसकी शिकायत की है। आए दिन चाहे सुबह हो या रात नियम से चलने वालों से भी वसूली करती यह महिला इंस्पेक्टर दिखाई पड़ती है।
वर्जन…
यह दस्ता मेरे अधीन नहीं है। आप अतिरिक्त जिला परिवहन अधिकारी से बात कीजिए।
-मन्नालाल रावत, जिला परिवहन अधिकारी
मुझे घटना का पता नहीं है। मैं पिछले कुछ दिनों से छुट्टी पर दिल्ली आया हुआ हूं। उदयपुर आकर मामले की जांच करवाऊंगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-प्रकाशसिंह राठौड़ा, अतिरिक्त जिला परिवहन अधिकारी
पत्रकारों के साथ इस तरह की घटना बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पत्रकार अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध होते हुए समाज में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने का हमेशा प्रयास करता है। ऐसे में सरकारी अधिकारियों द्वारा इस तरह की खुली गुंडागर्दी निंदनीय है। अगर कारवाई नहीं हुई तो प्रेस क्लब आंदोलन करेगा।
प्रतापसिंह राठौड़, अध्यक्ष, लेकसिटी प्रेस क्लब
अवैध वसूली का कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ आरटीओ निरीक्षक द्वारा मारपीट और छीना झप्पटी की घटना निंदनीय है। इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए। नियम के अनुरूप चलने के बावजूद भी ये निरीक्षक आए दिन ट्रक चालकों को परेशान करते हैं और अवैध वसूली तो इनका धंधा बन गया है, अब इनको उजागर करने वाले पत्रकारों से भी मारपीट पर उतारू हो गए हंै। यह तो अराजकता है।
-चंचल अग्रवाल, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
इस सरकार मे कोई धणी धोरी ही नी है