उदयपुर। फतहसागर झील में बुधवार को आरटीडीसी की स्पीड बोट ने मछुवारों की बोट को टक्कर मार दी। जिससे मछुआरों की बोट पलट गई और दोनो ही मछुवारे घायल हो गए, जिनमें से एक को ज्यादा चोट लगी। सीसी कमरे में कैद हुई टक्कर की वारदात।
बुधवार शाम को तेज गति से फतहसागर में चलती आरटीडीसी की बोट ने मछुआरों की बोट को टक्कर मार दी। टक्कर की वजह से मछुआरों की बोट पलट गयी और उसमें बैठे दो मछुआरे घायल हो गए। गौरतलब है कि कुछ माह पहले छोटी बच्ची चहक की फतहसागर में हुई मौत के बाद हरकत में आया प्रशासन ने झील में संचालित दोनो ही नाव कम्पनियों की सीमा तय कर दी थी। लेकिन पर्यटकों से अधिक वसूली के चक्कर में आरटीडीसी संचालक की ओर से आए दिन तय सीमा का उल्लंघन किया जा रहा है। आज हुआ हादसा की भी यही वजह बताई जा रही है। आरटीडीसी के ठेकेदार की तय सीमा थी इसके बावजूद वह दुसरे ठेकेदार की सीमा में अपनी आदत के अनुसार घुस गया और नतीजतन मछुआरों की बोट को टक्कर मार के पलट दी। टक्कर लगने के बाद मछुआरे को अम्बामाता सेटेलाईट चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। सेटेलाईट अस्पताल से आरटीडीसी संचालक ने घायल मछुआरे को भरपाई की लालच देकर किसी अन्य अस्पताल में भेजा और मामले को दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है। जबकि टक्कर की घटना एमएम बोटिंग की जेटी पर लगे सीसी कैमरे में कैद हो गयी।
अपने रसूख के दम पर आरटीडीसी के ठेकेदार आयेदिन नियमों का उलंघन कर पर्यटकों को नोका विहार करवाते है कुछ दिन पहले भी पर्यटकों और बच्चों को बिना लाइफ जेकेट के लग्जरी डबल डेकर बोट में सेर करवा रहे थे। मना जा रहा है कि आरटीडीसी ठेकेदार पहुच की वजह से जिम्मेदार लोग भी ठेकेदार के खिलाफ कोई कारवाई नहीं कर रहे।
https://youtu.be/C5cBnijDoe0
विडियो में आखरी में नेहरू गार्डन की जेटी के पास स्पीड बोट टक्कर मरती हुई निकल गयी