उदयपुर | लक्ष्मीजी के स्वागत के लिए घर और प्रतिष्ठान के साथ साथ खुद को सजाने संवारने के लिए दिवाली के एक दिन पहले रूप चौदस मनाया गया जिसकी तैयारी में शहर भर की महिलाएं और पुरुष लगे रहे |
रूप चतुर्दशी को छोटी दिवाली भी कहा जाता है। रूप चौदस का सीधा संबंध स्वास्थ्य और सौंदर्य से है। शास्त्रों में कहा गया है कि करें श्रृंगार, भरे भंडार। यानी लक्ष्मी वहीं निवास करती है, जहां स्वच्छता हो, सुंदरता हो। रूप चौदस के मौके पर खूबसूरती को निखारने और संवारने के लिए आज सुबह से ब्यूटी एक्सपर्ट्स के सैलून और स्पा में महिलाओं की भीड़ लगी हुई रही | महिलाएं ख़ास तौर पर आज अपने रूप को सजाने संवारने में लगी हुई है | भूपालपुरा स्थित ब्यूटीशियन दीप्ती गन्ना के अनुसार उनके ब्यूटी क्लीनिक पर आज के लिए सुबह आठ बजे से रात १० बजे तक के अपोईंमेंट महिलाओं ने एक हफ्ते पहले से ले रखे है | प्रभात स्पा सलून के डायरेक्टर अशोक पालीवाल के अनुसार आज के दिन को लेकर महिलाओं में सजाने संवारने का क्रेज पिछले कुछ सालों से अधिक बढ़ा है, अशोक पालीवाल बताते है कि अपनी रूप निखार को लेकर महिलाएं इतनी सजग हो गयी है, कि आज के दिन के लिए ख़ास कर पिछले १५ पहले ही पुरे दिन की रात दस बजे तक की बुकिंग फुल है |
ब्यूटी निखारने के अंदाज :
ब्यूटी एक्पर्ट अशोक पालीवाल के अनुसार मुख्य रूप से आजकल ऑर्गेनिक, साइंटिफिक और नेचुरल, तीन तरीकों से खूबसूरती निखारने का चलन है। रूप चौदस जैसे खास मौकों पर कॉस्मेटिक के उपयोग के साथ स्पा, सैलून और पार्लर पर जाकर संवरने से लेकर कंसल्ट करने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इसके लिए बाकायदा दस दिन पहले अप्वाइंटमेंट लिए जाते हैं। पहले जहां साधारण फेशियल किया जाता था। अब ट्रीटमेंट बेस्ड ट्रीटमेंट फेशियल किया जाता है। ब्यूटीशियन दीप्ती गन्ना बताती है कि आज के दिन के लिए महिलाएं विशेष फेशियल करवाती है, जो कई तरह के होते है यह फेशियल डार्क स्पॉट, धब्बे, दाग आदि को स्थाई रूप से हटाये जा सकते है | दीप्ती के अनुसार अवेयरनेस इतनी बढ़ गई है कि महिलाएं इंटरनेट पर नए ट्रेंड दिखाकर उसके अनुसार अपना मेकअप करवाती हैं।
घर और प्रतिष्ठान में साज सज्जा : आज के दिन सिर्फ खुद को ही नहीं लोग अपने घरों और प्रतिष्ठानों को सजाते संवारते है | मान्यता के अनुसार आज का पूरा दिन घरों को रंगबिरंगे रंगों और लाइटों से सजाया गया | जिससे की लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर घरों में और प्रतिष्ठानों में अपना वास करती है | आज के दिन बाजारों का रूप भी पूरी तरह निखार चुका है | साज सज्जा की दुकानों पर आज के दिन खरीददारों की भीड़ अधिक बढ़ गयी है | मंडी स्थित चाइनीज फंसी लाइटों के विक्रेता विवेक निहार का कहना है कि चाइनीज फंसी लाइटों की मांग इतनी होगयी है कि अब स्टॉक ख़त्म होने को है | लोग अपने घरों को सजाने के लिए सस्ता और अच्छा विकल्प मानते है |
रूप चौदस सजे तन – मन
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