उदयपुर । राजस्थान सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए बस अड्डा प्राधीकरण विधेयक बिल के विरोध में बुधवार दोपहर एक से दो बजे तक राजस्थान परिवहन संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले एक घंटे तक चक्का जाम किया गया। इस दौरान बसों का संचालन नहीं हुआ और ना ही रिजर्वेशन या अन्य कोई काम हुआ।
संघर्ष समिति के महेश उपाध्याय ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में पेश किए गए बस अड्डा प्राधीकरण विधेयक बिल पेश किया गया, जो दर्शाता है कि सरकार का रोडवेज का निजीकरण करना चाहती है। उन्होंने बताया कि इस बिल के तहत राज्य के सभी १७८ बस अड्डों की संपत्ति रोडवेज के अधीन नहीं रहेगी। इससे रोडवेज बस अड्डों से प्राइवेट बसों का भी संचालन हो सकेगा। संघर्ष समिति ने मांग की है कि रोडवेज की प्रोपर्टी और कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखते हुए बिल बनाया जाए । इस दौरान रोडवेज कर्मचारियों ने जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया। रोडवेज के कर्मचारी उदियापोल बस स्टेण्ड के अंदर से रैली निकाल कर चौराहे तक आये और चौराहा जाम कर प्रदर्शन किया। चीफ मेनेजर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया, राजस्थान परिवहन संयुक्त संघर्ष समिति में सभी संगठन के कर्मचारी शामिल थे जिसमे इंटक से लाभचंद, एटक से अनीस मोहम्मद, बीएमएसएस विजेंद्र, सीटू से भभूतलाल सहित सैंकड़ों रोडवेज कर्मचारी मौजूद थे।
रोडवेज का चक्का जाम
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