उदयपुर\ महिला उत्पीडन को रोकने हेतु हमें अपनी मानसिकता में बदलाव करना होगा साथ ही महिलाऔ को आत्मनिर्भर, निर्भयी एवं स्वयं की रक्षा करने में सक्षम बनाना होगा। उक्त विचार भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संघ की राजस्थान राज्य शाखा एवं लॉयन एरिस्ट्रोकेट क्लब उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में विश्व महिला दिवस के अवसर पर आयोजित महिला परिचर्चा में ‘‘महिला उत्पीडन एवं समाधान विषय’’ पर वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
परिचर्चा में महिलाओं द्वारा यह प्रश्न भी उठा कि हमें समाज में पूर्ण सम्मान मिलना चाहिए तथा हमें हमारे कार्यों द्वारा राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ना चाहिए क्योंकि महिलाओं को सरस्वती, लक्ष्मी, दुर्गा के समान पढ़ाई, धन व सहजता की देवी के रूप में देखा जाता है।
परिचर्चा की अध्यक्षता भारतीय प्रौढ़ शिक्षा संघ की सचिव श्रीमती इन्द्रा राजपुरोहित ने की। मुख्य अतिथि विद्यापीठ के कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर तथा विशिष्ठ अतिथि लॉयन्स क्लब की सदस्य डॉ. सुनिता सिंह ने की। कार्यक्रम का संयोजन राज्य समन्वयक श्यामसुन्दर नन्दवाना ने किया। धन्यवाद की रस्म वर्धमान महावीर कोटा विश्वविद्यालय की प्रो. दामिनी चौधरी ने अदा की। इस अवसर पर डॉ. निलिमा आर्य, डॉ. ममता शर्मा, डॉ. अनिता शुल्का, डॉ. सुमन पामेचा, डॉ. निलम कोशिक, डॉ. एस.के. मिश्रा, मलय पानेरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
U can do respect of woman – without woman gents con’t do anything.