उदयपुर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रोफेसर ओ.पी.गिल ने क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, उदयपुर के नवीन कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र, उदयपुर का भवन निर्माण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित ‘‘कृषि फार्मो का आधुनीकरण‘‘ योजना के अन्तर्गत किया गया।
इस अवसर पर वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रोफेसर ओ. पी. गिल ने कहा कि विकास की सीढ़ी पर आगे बढ़ने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल आवश्यक हैं। इससे वैज्ञानिक कार्यो में दक्षता बढ़ती है तथा समय एवं साधनों की बचत होती है। इस अवसर पर कृषि अनुसंधान केन्द्र, कोटा पर संचालित अखिल भारतीय समन्वित कृषि परियोजना की पुनरावलोकन बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर गिल ने कहा कि वैज्ञानिकों को समय के साथ नई तकनीकों का विकास करना होगा तथा इसके लिए कम संसाधनों में अधिक दक्षता का विकास करना होगा। आधुनिक युग में चुनौतीपूर्ण अनुसंधान द्वारा कृषि में फसलों का उत्पादन बढ़ाना होगा।
अनुसंधान निदेशक डॉ. पी. एल. मालीवाल ने बताया कि नये कार्यालय में विकसित कान्फ्रेंस हॉल द्वारा विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों को आधुनिक तकनीकों द्वारा प्रशिक्षण, कार्यशाला एवं बैठकों इत्यादि में लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर कृषि अनुसंधान केन्द्र, कोटा के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई दो शोध पत्रिकाओं का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मत्स्य वैज्ञानिक डॉ. वी. पी. सैनी एवं उप निदेशक अनुसंधान डॉ. शान्ति कुमार शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद डॉ. शान्ति कुमार शर्मा ने किया।