पोस्ट न्यूज़। अजमेर शहर में धार्मिक स्थल की आड़ में सेवाधारी बनकर जीवनबसर कर रहे बाबा ‘पुजारी ने 7 साल की मासूम को हवस का शिकार बना डाला। शर्मशार कर देने वाली घटना के बाद सक्रिय हुई अलवर गेट थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित कथित पुजारी को गिरफ्तार कर लिया जबकि पीडि़ता का जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिकल कराया। पुलिस ने पोस्को एक्ट में मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
राजस्थान पत्रिका की वेबसाइट में प्रकाशित खबर के अनुसार थानाप्रभारी हरिपाल सिंह ने बताया कि पीडि़ता के पिता ने शिकायत दी कि वह बुधवार शाम को कालीचाट मंदिर में दर्शन करने जा रहा था। उसकी सात वर्षीय बेटी उसके साथ थी। मंदिर ऊंचाई पर होने के चलते उसने रास्ते में हनुमान मंदिर पर बिटिया को बैठा दिया। यहां मंदिर का पुजारी सेवानन्द मौजूद था। वह लौटा तो उसकी बेटी हनुमान मंदिर के पास बने पुजारी सेवानन्द के कमरे में थी। आरोपित उसे अपने साथ कमरे में ले गया था। पीडि़ता के पिता ने अपनी बेटी को जिन हालात में देखा तो उसके होश उड़ गए। इधर सूचना मिलते ही अलवर गेट थाना पुलिस व ग्रामीण कालीचाट मंदिर स्थित हनुमान मंदिर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपित पुजारी सेवानन्द को हिरासत में ले लिया। पीडि़ता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने नाबालिक से दुष्कर्म का मामला दर्जकर लिया। अलवर गेट थाना पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है।जबलपुर का है आरोपित पुलिस पड़ताल में सामने आया कि कथित पुजारी मध्यप्रदेश जबलपुर निवासी सेवानन्द उर्फ बलवन्द सिंह उर्फ देवीलाल पुत्र रामसिंह वर्षो से हनुमान मंदिर में सेवादारी के रूप में रह रहा है। पुलिस उसके जबलपुर से अपराधिक रिकॉर्ड जानने के प्रयास में जुटी है।
ग्रामीणों के मुताबिक कालीचाट मंदिर पूर्व में भी नृशंस हत्या के चलते सुर्खियों में रह चुका है। मंदिर दुर्गम पहाड़ी पर होने के चलते यहां लोगों की आवाजाही कम रहती है। वहीं बारिश के मौसम में आसपास के लोग पिकनिक मनाने आते है। आमदिनों में मंदिर के आसपास का इलाका सूनसान पड़ रहा है।