छात्र संघ चुनाव के दिन भर की कहानी मददगार के फोटो जर्नलिस्ट राम सिंह और लखन शर्मा के कमरे से। ……..
मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय सहित सभी संगठक महाविद्यालयों में शनिवार सुबह आठ से एक बजे तक मतदान हुआ और शाम चार बजे से आठ बजे तक मतगणना हुई । मतदान के दौरान सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय गेट पर छात्रों और प्रत्याशियों के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था।मुख्य रूप से तीनों संगठनों के समर्थक वोटिंग होने से रिजल्ट के रूझा आने तक कोलेजों व् यूनिवर्सिटी गेट के बहार जमे रहे , पुलिस जाप्ता सुबह से लवाजमे के साथ सभी कोलेजों व् यूनिवर्सिटी में तैनात था।साइंस कॉलेज और कॉमर्स कॉलेज में दोपहर एक बजे तक तीनों उम्मीदवारों के समर्थक जुटे रहे और आखरी एक मिनट तक भी वोटरों को लेकर आते रहे।शाम को सभी समर्थक यूनवर्सिटी गेट पर जुट गए |
लग्जरी कारों में वोटर पहुंचे: कॉमर्स कॉलेज और साइंस कॉलेजों में वोटरों को लाने-लेजाने के लिए तीनों संगठनों के समर्थकों की बड़ी-बड़ी लग्जरी कारें दौड़ती रही और छात्र-छात्राओं को कॉलेजों तक लेकर आती रही, छात्राओं के लिए स्पेशल बड़ी गाडिय़ां लगाई गई, जो उनको घर से लाने और ले जाने तक की जिम्मेदारी निभाती रही।
पल पल माहोल बदलता रहा : जैसे ही छात्र संघ चुनावों का परिणाम आता रहा वैसे वैसे बहार समर्थकों की भीड़ जुटती रही सुबह से पहला परिणाम जब एबी वि पि के पक्ष में आया तो गेट के बहार भरी संख्या में एबी वीपी के समर्थक जुट गए और ढोल नगाड़ों के साथ नारे बाजी करने लगे लेकिन धीरे धीरे जब अन्दर के रुझान बहार आये तो सी एस एस के समर्थकों की भीड़ बढती गयी |
दीदी और भैया: कैंपनिंग के लिए खड़े छात्र व संगठन के पदाधिकारी फस्र्ट ईयर की छोटी छोटी छात्राओं को बड़ी दीदी, बड़ी दीदी करके संबोधित करते रहे, और छोटे-छोटे छात्रों को बड़े भैया बनाकर अपने कंधे पर बैठकर सैर कराने की बात करते हुए अपने पक्ष में वोटिंग के लिए निवेदन करते दिखे। फस्र्ट ईयर के छात्रों में सबसे अधिक मतदान का जोश दिखा। आटर््स कॉलेज में तो कई छात्रों ने बाहर गांव से आकर भी मतदान किया।
निशक्त छात्रों को भी लाया गया: निशक्त अपाहिज छात्रों को भी समर्थक गोद में उठाकर मतदान केंद्र तक ले गए और मतदान कराया।
हर तरफ प्रचार सामग्री: आटर््स कॉलेज से कॉमर्स कॉलेज तक रोड पर हर तरफ प्रचार सामग्री बिखरी पड़ी दिखाई दी। मतदान केंद्रों के बाहर तो यह स्थिति है कि जमीं पर पड़े पर्चों की वजह से रोड नहीं दिखाई दे रही है। कई प्रत्याशियों ने अपने नाम के टी शर्ट, बिल्ले, टोपियां भी समर्थकों को बांटी थी, जो समर्थक पहने हुए घूम रहे थे और प्रचार कर रहे थे।
बड़े नेताओं ने भी मोर्चा संभाला: भाजपा और कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेता सुबह से माहौल पर नजरें जमाए हुए हैं। कई नेता तो मौके पर भी आकर छात्रों को उत्साहित करते दिखाई पड़े। बड़े पदाधिकारी टेलीफोन से जानकारी लेते रहे। पुराने सभी छात्र नेता और पूर्व अध्यक्ष भी सुबह से कॉलेज के बाहर जमे रहे। भाजयुमो ने कमान पूरी तरह संभाल रखी और अध्यक्ष जिनेंद्र शास्त्री व उपाध्यक्ष लवदेव बागड़ी सहित कई कार्यकर्ता कॉलेजों के चक्कर काटते रहे।
पुलिस छावनी बने कॉलेज और यूनिवर्सिटी : पिछले दिनों हुई छात्रों की झड़प को देखते हुए पुलिस ने सभी कॉलेजों के बाहर और अन्दर के परिसर को वोटिंग शुरू होने से लगा कर मतदान ख़त्म होने तक पुलिस छावनी बना दिया गया था। सभी अधिकारी सुबह से मौके पर मोजूद थे। कॉमर्स और साइंस कॉलेज के मुख्य द्वारों तक भी छात्रों को नहीं पहुंचने दिया। जितने भी समर्थक थे। उन्हें कॉलेज गेट से दूर रखा गया। शाम को ऍफ़ एम् एस कोलेज में अध्यक्ष की मतगणना के दौरान अन्दर अतिरिक्त जिला कलेक्टर यासीन पठान और बाहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी सहित सभी थानों के थाना अधिकारी और डिप्टी आखरी तक मौजूद रहे उधर विश्वविद्यालय प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आया और मतदान केंद्र तक वोटर छात्रों के अलावा किसी और को नहीं जाने दिया गया।
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