सीसारमा साढ़े चार फीट पर, फतहसागर का जलस्तर सात फीट
उदयपुर। रूठा मानसून मंगलवार रात से फिर एक बार सक्रिय हो गया है। आधी रात से शुरू हुई रिमझिम सुबह होते-होते झमाझम में तब्दील हो गई। सुबह कभी झमाझम तथा कभी रिमझिम बरसात का मिश्रित दौर जारी रहा, वहीं झीलें भरने की उम्मीदें फिर से जवान हो गई। सुबह तक लेकसिटी में एक इंच बारिश दर्ज की गई। सीसारमा साढ़े चार फीट पर बह रही है, वहीं फतहसागर का जलस्तर सात फीट पहुंच गया है। हालांकि रात को उमस रही, लेकिन इसके बाद सुबह से मौसम में ठंडक घुल गई।
जब सुबह लोगों की नींद उड़ी, तो बाहर बारिश ने स्वागत किया। गत कई दिनों से उमस से जूझ रहे लोगों के चेहरों पर रौनक छा गई। भीगते-भीगते बच्चे स्कूल पहुंचे, तो बच्चों को छोडऩे पहुंचे अभिभावकों ने भीगने का आनंद लिया। इस सीजन में मानसून की बहुत अधिक सक्रियता नहीं होने से लेकसिटीराइट्स अच्छी बारिश को तरस गए। सुबह 8.30 बजे के आसपास तेज झमाझम बारिश शुरू हो गई, जो करीब पौन घंटे तक चली। इसके बाद भी बारिश रूकी नहीं, अनवरत रिमझिम का दौर जारी है।
कई दिनों से बादल छाने के बावजूद छिटपुट बारिश से उमस बरकरार थी। कल रात नौ बजे बाद रिमझिम ने करीब दो बजे तेज बारिश का रूप ले लिया और रुक-रुककर दिनभर चलती रही। पीछोला में सीसारमा नदी से पानी की आवक बनी हुई है, वहीं स्वरूपसागर के गेट खोले रखने से फतहसागर में भी पानी की आवक जारी है। सिंचाई विभाग के अनुसार 11 बजे तक पिछले 24 घंटों में शहर में 25.6 मिमी बारिश हो चुकी है। इसके अलावा जिले में सबसे अधिक बावलवाड़ा में 130 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। जयसमंद में 25 मिमी, खेरवाड़ा में 36 मिमी झाड़ोल में 30 और देवास में 16 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस मानसून में अब तक उदयपुर शहर में 350 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह आठ बजे तक शहर में 12 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सुबह आठ बजे से 11 बजे के बीच 13.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
झीलों में आवक जारी : झीलों में पानी की आवक जारी है। नांदेश्वर चैनल पर आधा फीट की चादर चल रही है, जबकि सीसारमा नदी एक फीट तक चल रही है। पीछोला और फतहसागर का जलस्तर समान होने के बाद पानी के फैलाव के कारण जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ेगा। अभी पीछोला का जल स्तर आठ फीट है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले कुछ दिनों तक बारिश बनी रही तो झीलें भरने में कोई देर नहीं लगेगी।