उदयपुर। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के गृह जिले उदयपुर का केंद्रीय कारागृह कैदियों की एशगाह से कम नहीं है। यहाँ वो सारी सुविधाएँ उपलब्ध है जो बाहर भी मिल सकती है। शुक्रवार को इसका ताजा उदाहर देखने को मिला जब छह साल से सजा काट रहे कैदी ने जेल से ही अपने जमानत होने की सूचना अपने फोटो के साथ पोस्ट की और उस पोस्ट पर उसको लूगों ने बधाइयाँ भी दी।
एनडीपीएस मामले की छह से सजा काट रहे एक कैदी सागर बाबल ने गुरूवार को अपनी फेसबुक आई डी पर एक पोस्ट डाली और लिखा कि साथियों आज मेरी जामनत हो गई है और कल में बाहर आ रहा हूं। वहीं दूसरी पोस्ट में अन्य कैदी बाबल की जमानत पर बधाई भी दे रहे है। सागर बाबल के फेसबुक पेज की जांच की तो जेल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल परत दर परत खुलती गई। इस फेसबुक पेज पर जेल से खींची गई कई तस्वीरे डाल रखी है। जो यह साफ साबित करती है कि उदयपुर जेल में आज भी कैदियों के पास सुविधाओं के हर साधन मौजूद है।
कैदी सागर बाबल के पास एक और कैदी बैठा है जो कॉल पर बात कर रहा है। इन फोटो से यह सिद्ध है की जेल में हर सुविधा उपलब्ध है। जेल की पूर्व अधीक्षक प्रीता भार्गव की पदोन्नति के बाद यहां पर यह पद रिक्त ही पड़ा है और शायद इसी वजह से इन दिनों जेल में लगातार जांच नहीं की जा रही है। हालाँकि जेल में मोबाईल फोन की सुविधा मिलना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। जब भी जांच की जाती है ढेरों मोबाइल पाए जाते है।
उदयपुर की जेल है कैदियों की ऐशगाह – कैदी ने जेल से डाली फेसबुक पर पोस्ट, दोस्तों ने दी बधाई।
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