उदयपुर। ह्त्या के मामले में विचारधीन कैदी ने आज केंद्रीय कारागृह में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। कैदी की आत्म ह्त्या से एक बार फिर उदयपुर के केंद्रीय कारागृह के प्रबंधन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा होगया है। जेल में स्मार्ट मोबाइल और शराब पार्टी की जांच तो अभी चल ही रही है।
जानकारी के अनुसार मावली निवासी लाल सिंह पत्नी की ह्त्या के आरोप में पिछले चार माह से केंद्रीय कारागृह में विचारधीन कैदी था। ल;आल सिंह ने आज सुबह ह्त्या के आरोप में विचारधीन कैदी लाल सिंह ने आज सुबह तड़के अपने बेरक नंबर १५ के बाहर तोलिये का फंदा बनाकर फांसी लगा। बेरक के बाहर ही उतर रही सीढ़ियों की रेलिंग पर तौलिया बाँध कर लाल सिंह लटक गया। सुबह बाकी कैदी उठे तो उन्होंने लाल सिंह को लटके हुए देखा। कैदी लाल सिंह के फांसी पर लटकने की सूचना से जेल के कैदियों में और जेल प्रबंधन में हड़कम्प मच गया। बाद में सूरजपोल थाना पुलिस मोके पर पहुंची, जांच के बाद शव को फंदे से उतारकर मोर्चरी पहुंचाया वहीं शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने और जेल प्रबंधन ने साथी कैदियों से काफी पूछताछ की लेकिन कही से भी फांसी के कारणों का पता नहीं चल सका । फांसी लगाने वाले कैदी लाल सिंह ने दिवाली के दिन ही पत्नी की दहेज़ को लेकर ह्त्या करने का आरोप था। साथी कैदियों ने बताया कि लाल सिंह ने कभी अपनी परेशानी या अपने मन की बात किसी साथी कैदी को नहीं बताई। पत्नी की ह्त्या के बाद वह मानसिक रूप से काफी परेशान और तनाव में रहने लगा था। सूरजपोल थाना पुलिस और जेल प्रबंधन मामले की जांच कर रहे है ।
सुरक्षा में फिर छेद :
कैदी द्वारा आत्म ह्त्या के बाद जेल की सुरक्षा और प्रबंधन पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। कुछ दिन पहले ही हार्ड कोर अपराधियों द्वारा जेल में एंड्रॉयड फोन का इस्तेमाल और जेल में शराब पार्टी के मामले की जाँच पूरी हुई नहीं, ये दूसरा मामला हो गया। रात को बराक का दवाजा बंद हो जाता है तो फिर १५ नंबर बराक का दवाजा कैसे खुला रहा की कैदी अपनी मर्जी उठ कर बाहर आया फंदे पर लटक गया । सबसे बड़ी बात उसको ऐसा करते किसी सुरक्षा कर्मी या जेल प्रहरियों ने देखा भी नहीं।