उदयपुर। राजस्थान के गृहमंत्री के गृह शहर में अपराध कम हो न हो अपराधियों पर पुलिस लगाम लगाए ना लगाये लेकिन हर वारदात के बाद नाकेबंदी के दौरान पुलिस हेलमेट के निचे अपराधियों चोर उचक्कों को खोजती है मानों बिना हेलमेट लगाये लोग ही अपराधों की जड है । अब तो हाल यह हो गए है कि पुलिस कर्मी बिना हेलमेट लगाये स्कूली बच्चों को काटने तक लग गए है। हेलमेट नहीं होने पर डंडा दिखा कर कही निचे गिरा देते है तो कही बच्चों के हाथों पर काट लेते है। हालाँकि अधिकारियों ने ऐसी घटनाओं की निंदा की है और इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो उसके लिए पुलिस कर्मियों को हिदायत देने का कहा है।
कल दिन भर में दो घटनाएं ऐसी सामने आई की पुलिस की हेलमेट चेकिंग कारवाई और नाकाबंदी पर सवाल उठाती है। परिजनों ने कहा की हम पुलिस उच्चाधिकारियों से शिकायत करेगें।
केस १ :
कल दिन में १२.३० से १ के बिच डीपीस स्कूल के ग्यारवीं कक्षा में पढ़ने वाले दो छात्र यथार्थ देवपुरा और मोहम्मद नबील शेख एक्टिवा पर स्कूल से घर लोट रहे थे। रास्ते में फतहपुरा चौराहे पर खड़े हुए ट्रैफिक हेडकांस्टेबल मदनलाल ने दोनों बच्चों को हेलमेट नहीं पहने जाने पर रोका बच्चों ने वाहन रोक कर कहा गलती हो गयी हेलमेट डिक्की में पड़ी हुई है। जैसे ही बच्चे डिक्की से हेलमेट निकाले उससे पहले मदनलाल भड़क गया और दोनों बच्चों के हाथ पे काट लिया बच्चे पुलिस कर्मी के इस वहशियाना हमले से घबरा गए। हेड कांस्टेबल इतनी जोर से बच्चों को काटा कि मासूम बच्चों के हाथों पर उस वहशी पुलिस वाले के दांतों के निशान तक गड गए, नबील शैख़ के हाथ से खून तक निकलने लग गया। बच्चे घबराए हुए घर आये काफी देर तक बच्चों ने परिजनों को भी नहीं बताया लेकिन जब दर्द बढ़ गया तो परिजनों को पता चला। बाद में नबील शैख़ के पिता मोहम्मद साबिर शैख़ नबील को अस्पताल लेगये और उसका मेडिकल करवा कर उपचार करवाया। यथार्थ देवपुरा को भी प्राथमिक उपचार दिया गया और इंजेक्शन लगवाए गए। पुलिस के इस तरह के व्यवहार पर परिजनों का भारी आक्रोश है, परिजनों का कहना है की अगर हेलमेट नहीं लगा रखी थी तो चालान बनाना चाहिए गाडी जब्त कर लेते लेकिन इस तरह बच्चों के हाथों पे कटना विकृत मानसिकता दर्शाती है।
केस -२ :
कल शाम को छह बजे आयड पुलिस चोकी के सामने नाकाबंदी के नाम पर भूपालपूरा पुलिस का पूरा जाब्ता हेलमेट चेकिंग में लगा हुआ था। पुरे रास्ते पर बेरीकेट लगा कर करीब १२-१५ पुलिस कर्मी घेरे खड़े थे। बाइक सावार दो युवक बिना हेलमेट लगाये वहां से निकलने लगे तभी डंडा मारने की नियत से दो पुलिस कर्मी युवकों के सामने आगये दोनों युवक घबरा कर बाइक सहित निचे गिर पड़े दोनों को काफी चोटे आई। बाद में पुलिस कर्मी ही उनको अस्पताल लेकर गए और उनका उपचार करवाया। दोनों युवकों के परिजनों ने बाद में आयड़ पुलिस चोकी में आकर रोष भी जताया।
इनका कहना
पुलिस कर्मी द्वारा काटने की घटना सुनाने में ही अच्छी नहीं लग रही है। मेरे पास परिजन शिकायत लेकर आयेगे में बिलकुल पुलिस कर्मी के खिलाफ कारवाई करुगा। अगर इस तरह से हुआ है तो यह बिलकुल गलत है। सुधीर जोशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर
मेरा बेटा नबील और उसका मित्र यथार्थ देवपुरा स्कूल से लोट रहे थे फतहपुरा चोराहे पर पुलिस कर्मी ने हेलमेट नहीं लगाये जाने पर दोनों के हाथ पर काट लिया। कहते तो चालान बना लेते लेकिन इस तरह से काटना गलत है। मोहम्मद साबिर शैख़, परिजन