उदयपुर, धोखाधडी के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को पकडने के लिए गई जिले की डबोक थाना पुलिस पर आरोपी के परिजनों और ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों और आरोपी के परिजनों द्वारा पथराव करने से एक कांस्टेबल बेहोश व एक कांस्टेबल घायल हो गया। घटना के बाद पुलिस सोमवार सुबह पुलिस की टीमों ने आरोपियों की तलाश में गांव में दबिश दी परन्तु आरोपियों का पता नहीं चल पाया। पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मीठादास पुत्र गौतमदास रंगास्वामी निवासी रंगास्वामी कॉलोनी नाहरमगरा ने कुछ समय पूर्व मामला दर्ज करवाया था कि उसके पिता गौतमदास रंगास्वामी के नाम का एक व्यक्ति जो गांव में ही रहता है और उसके पुत्र हरिशंकर ने एक ही नाम का फायदा उठाकर उसकी जमीन को धोखाधडी पूर्वक स्वयं के नाम पर करवा दी और बेच दी थी। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी गौतमदास को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में हरिशंकर फरार चल रहा था। जिसकी तलाश काफी समय से पुलिस कर रही थी।
आरोपी हरिशंकर गांव से बाहर रहकर नौकरी करता था। गत रात्रि को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी हरिशंकर अपने गांव आया है। इस सूचना पर मामले के जांच अधिकारी एएसआई गुमानसिंह, कांस्टेबल अनोपसिंह, दारासिंह, सतपाल, रवि शर्मा, महिला कानिस्टेबल और चालक मुकेश के साथ गांव में गए और आरोपी के घर पर दबिश दी। हरिशंकर पुलिस के जाब्ते को देखकर फरार हो गया तो पुलिस ने आरोपी का पीछा किया और आरोपी को पकडकर जीप में बैठाते समय हरिशंकर के हल्ला करने पर मौके आस-पडोस के ईश्वरसिंह पुत्र शिवरामदास रंगास्वामी, इसका भाई लक्ष्मण, गौतमदास, भोपा उर्फ प्रकाश, कैलाश दिनेश, मीना पुत्री रूपदास सहित करीब दो दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरूष हाथों में लट्ठ लेकर आ गए और जाब्ते को घेर लिया और पुलिस को आरोपी को छोडने के लिए कहा।
पुलिस द्वारा मना करने पर आरोपियों ने लट्ठ से हमला कर दिया। ग्रामीणों द्वारा लट्ठ से हमला करने पर अनोपसिंह के सिर में लट्ठ का एक वार लगने के कारण अनोपसिंह मौके पर ही बेहोंश हो गया। इसके साथ ही आरोपियों ने पथराव और लट्ठ से जाब्ते को पीटना शुरू कर दिया। मौका देखकर आरोपी हरिशंकर फरार हो गया और पथराव के कारण पुलिस की गाडी का चालक मुकेश के भी चोंटे आई। ग्रामीणों द्वारा पथराव और लाठियों से हमला करने के कारण जाब्ता भी इधर-उधर भाग गया और सरकारी गाडी को भी काफी नुकसान हुआ था। जाब्ते ने जैसे-तैसे कर थानाधिकारी डबोक राजेश शर्मा को सूचना दी। जिससे थानाधिकारी रात्रि को ही मौके पर थाने के पूरे जाब्ते के साथ पहुंचे। पुलिस के जाब्ते को देखकर हमलावर महिलाएं और पुरूष वहां से फरार हो गए। पुलिस ने भागते समय आरोपी दिनेश और मीना को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने मौके पर बेहोंश पडे अनोपसिंह और घायल मुकेश को उठाकर चिकित्सालय में लेकर गए। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को छुट्टी दे दी। इधर सोमवार सुबह डिप्टी वल्लभनगर जसवंतसिंह, थानाधिकारी राजेश शर्मा, खैरोदा थानाधिकारी घनश्यामसिंह, मावली थानाधिकारी नानालाल, वल्लभनगर थानाधिकारी भोजराजसिंह,भीण्डर थानाधिकारी सुबोध जांगिड थानों के जाब्ते के साथ गांव में पहुंचे और प्रत्येक घर में दबिश देकर आरोपियों की तलाश ली, परन्तु गांव में मात्र छोटे-छोटे बच्चों और वृद्घ महिला-पुरूषों के अतिरिक्त कोई भी नहीं मिला। इधर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस पर पथराव, राजकार्य में बाधा पहुंचाने और पुलिस पर जानलेवा हमला करने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।