जयपुर। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के तत्वावधान में सैकड़ों की तादाद बेरोजगार युवाओं ने आज सुबह भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। विरोध बढ़ता देख बेकाबू होते युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शन कर रहे युवाओं को वहां से खदेड़ा। इससे पूर्व करीब दो घंटे तक रीट अभ्यर्थी तथा बेरोजगार भाजपा मुख्यालय के समक्ष धरना देकर बैठे रहे।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी पडी महंगी
जानकारी के अनुसार रीट के नियमों में फेरबदल और इसमें राजस्थान का सामान्य ज्ञान जोडऩे की मांग को लेकर सैकड़ों की तादाद मे बेरोजगार युवा भाजपा मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान भाजपा कार्यालय का द्वार बंद कर दिया गया और धरने पर बैठ गए तथा नारेबाजी करने लगे
प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस का भारी जाप्ता भी मौके पर पहुंचा। करीब दो घंटे तक चली नारेबाजी के बीच पुलिस के आला अधिकारी भी वहां पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाईश कर वहां से हटाने का प्रयास किया, किन्तु प्रदर्शनकारियों के नहीं मानने तथा और अधिक उग्र होने पर पुलिस ने उन्हें वहां से खदेडऩे के लिए लाठीचार्ज कर दिया।
बचाव में किया पथराव
लाठीचार्ज करते भगदड मच गई और प्रदर्शनकारी आसपास की गलियों में छिपने के लिए भाग निकले। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसके चलते पुलिस ने गलियों में छिपे युवाओं और प्रदर्शन कर रही युवतियों तथा महिलाओं पर भी जमकर लाठियां भांजी।
करीब दस मिनट तक चले लाठीचार्ज के बाद सभी प्रदर्शनकारी वहां से भाग निकले। वहीं दूसरी ओर, पुलिसे करीब दो दर्जन छात्रों को गिर तार किया है।
पुलिस ने नहीं कराया इलाज
लाठीचार्ज के दौरान घायल हुए अभ्यार्थियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है,लेकिन उन्हे अस्पताल ले जाने के बजाए सीधे बस्सी थाने ले जाया गया हैं जहां पुलिस को कई बार बताने के बावजूद घयल अभ्यार्थियों को अस्पताल इलाज के लिए नहीं ले जाया गया। ऐसे में पुलिस हिरासत में अभ्यार्थियों ने बस्सी थाने में भी पुलिस की मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के संयोजक उपेन यादव ने बताया कि लाठीचार्ज के दौरान उनके सहित करीब दो दर्जन अभ्यार्थियों को चोट आई है। लेकिन पुलिस का ईलाज कराने के बजाए उन्हे लेकर थाने में आ गई। उपेन यादव ने बताया कि सरकार की ओर से पुलिस की लाठीचार्ज करने के मामले में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ दिल्ली जाकर केन्द्र सरकार से राज्य सरकार की शिकायत करेगा।
ये हैं मांग
गौरतलब है कि राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासघ ने मांग की है कि रीट की भर्ती में आरटेट का प्रमाण पत्र नहीं जोडा जाए। वहीं रीट की परीक्षा में सामान्य ज्ञान के प्रश्नों में राजस्थान की पृष्ठभुमि से जुडे सवाल पुछे जाए। साथ ही विभाग में पूरे 30 हजार रिक्त पदों के लिए शिक्षकों की भर्ती हो।
अभ्यार्थियों ने बताया कि रीट की परीक्षा को लेकर सरकार के खिलाफ राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासघ लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहा है,लेकिन इसके बावजूद सरकार अभ्यार्थियों को अश्वासन दे रही है।