उदयपुर. क्षेत्र के डबकुडिय़ा गांव की तलवा की भागल के एक कुएं में 57 घंटे पहले देखे गए पैंथर को रविवार दोपहर बाहर निकाल लिया गया। पैंथर को बचाने के लिए वन विभाग ने पुलिस व ग्रामीणों की मदद से ढाई दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। पैंथर को निकालने के लिए उदयपुर से एक्सपर्ट पद्मसिंह को बुलाया गया। पद्मसिंह को पिंजरे के जरिए कुएं में उतारा गया। उन्होंने पांच बार पैंथर पर फंदा फेंका, लेकिन पैंथर ने उसे दूर छिटक दिया।
रविवार को तीन बार ट्रेंक्यूलाइज करने के बाद फंदा डाला जा सका और फिर रस्सी से बाहर खींचा गया। पैंथर भूख और चोट से बेहाल था, जिसे शाम को जंगल में छोड़ दिया गया। पैंथर के बाहर आते ही भीड़ करीब आ गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को वहां से हटाया। हर कोई पैंथर का फोटो लेना चाह रहा था।
गुरुवार दोपहर से कुएं में गिरे पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन रविवार सुबह 11.45 बजे शुरू हुआ। पैंथर आसानी से काबू में नहीं आया। वनकर्मी रामसिंह को कुएं में उतारा। वह पैंथर के नजदीक पहुंचे तो वह गुर्राने लगा। उसके बाद शूटर सतनामसिंह ने उसे ट्रेंक्यूलाइज कर बेहोश किया।
शूटर सतनाम सिंह चड़स के सहारे 80 फीट गहरे कुएं के 60 फीट नीचे तक गए लेकिन पैंथर आसानी से काबू में नहीं आया। उसके तीन इंजेक्शन बेहोशी के दिए तब जाकर बेहोश हुआ।
बचाव अभियान रविवार दोपहर बाद खत्म हुआ। ट्रेंक्यूलाइज करने के बाद पड़ा फंदा, बाहर निकाला। इस दौरान वनकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। मौके पर तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। शुक्रवार शाम को पैंथर ने ढाई किलो मीट खाया था।