कानपुर गांव में पहुंची पुलिस ने भांजी लाठियां, ग्रामीणों को किया तितर-बितर
उदयपुर। निकटवर्ती कानपुर गांव में बीती रात सरपंच चुनाव में हारे प्रत्याशी का नवनिर्मित मकान बदमाशों ने जला दिया। करीब चार लाख का नुकसान बताया जा रहा है। आरोप है कि वारदात के बाद आज सुबह ग्रामीण जब घटनास्थल पर ही जाजम बिछाकर चर्चा कर रहे थे तब पुलिस ने वहां पहुंचकर अकारण ग्रामीणों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव में बेकसूर ग्रामीणों पर लाठियां बरसाई, जबकि पुलिस ने तर्क दिया कि गांव में शांतिभंग होने की आशंका थी, इसलिए हल्का बल प्रयोग करके ग्रामीणों को तितर-बितर किया गया।
सूत्रों के अनुसार कानपुर ग्राम पंचायत के सरपंच पद को लेकर रविवार को मतदान हुआ था। रात को रिजल्ट जारी हुआ, जिसमें सरपंच पद पर भाजपा समर्थित हेमराज गमेती ने तीस वोटों से जीत हासिल की। गमेती के सामने पूर्व वार्डपंच गेहरीलाल डांगी का बेटा थावरचंद चुनाव मैदान में था, जिसे ११८० मत मिले थे। पता चला कि बीती रात पुनर्मतगणना की मांग को लेकर बीती रात कानपुर गांव में गेहरीलाल के नवनिर्मित मकान में ग्रामीणों की बैठक हो रही थी। बैठक में करीब ३०० लोग मौजूद थे। इसमें रिटर्निंग अधिकारी को आज सुबह ११ बजे ज्ञापन सौंपने का निर्णय किया गया था। इसके बाद सभी ग्रामीण वहां से चले गए। गेहरीलाल भी परिवार के साथ पुराने मकान में ही आ गया। गेहरीलाल ने बताया कि सुबह चार बजे गांव के छगनलाल का फोन आया कि उसके नये मकान में किसी बदमाश ने आग लगा दी है। गेहरीलाल परिजनों के साथ वहां पहुंचा। सुबह दस बजे तक वहां भारी भीड़ जमा हो गई। गेहरीलाल ने बताया कि एक बाइक, मकान के अंदर लगा टेंट का सामान सहित करीब चार लाख का नुकसान हुआ। गेहरीलाल का आरोप है कि यह कारस्तानी भाजपा समर्थित सरपंच हेमराज गमेती के कार्यकर्ताओं की है। गेहरीलाल ने आरोप लगाया कि सुबह दस बजे प्रतापनगर थानाधिकारी चंद्रप्रकाश पुरोहित जाब्ते के साथ वहां पहुंचे, जिन्होंने ग्रामीणों की बात सुने बिना ही लाठियां बरसानी शुरू कर दी। गेहरीलाल का आरोप है कि थानाधिकारी ने उसे धमकी भी दी कि उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। गेहरीलाल ने कहा कि थानाधिकारी द्वारा अकारण लाठियां बरसाने और उसे धमकाने का कारण समझ नहीं आया। ये सरासर पुलिस की गुंडागर्दी है। इधर, थानाधिकारी चंद्रप्रकाश पुरोहित का कहना है कि गांव में शांतिभंग की आशंका थी। इस कारण हल्का बल प्रयोग करके ग्रामीणों को तितर-बितर किया।
ग्रामीणों का आरोप
कानपुर में मकान जलाने की घटना के बाद मौके पर ही रास्ते पर जाजम बिछाकर चर्चा कर रहे थे, पुलिस ने अकारण लाठियां भांजी।
पुलिस का स्पष्टीकरण
ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर रखा था। शांतिभंग की आशंका थी। इसलिए हल्का बल प्रयोग करके ग्रामीणों को तितर-बितर किया।
> ग्रामीणों ने रास्ता जाम किया था, इसलिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके जाम खुलवाया। अगर पुलिस ने अकारण बल प्रयोग किया है तो जांच की जाएगी।
-अजयपाल लांबा, एसपी उदयपुर