राजसमंद। पंचायत चुनाव के लिए बनाए गए नियमों की अवहेलना पर नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह को भाजपा से नोटिस मिलने के बाद गुरूवार को खमनोर पंचायत समिति के वार्ड से चुनाव लड़ रही उनकी पुत्रवधु प्रियंका ने अपना नाम वापस ले लिया।
इस वार्ड से तीसरा कोई उम्मीदवार नहीं होने से यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। रिश्ते में प्रियंका की ननद दीपिका चौहान निर्विरोध निर्वाचित हो गई।
विधायक की पुत्रवधू के चुनावी मैदान में उतरने का मामला बुधवार को उस वक्त गरमा गया था, जब प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए तुरंत नामांकन वापस लेने का नोटिस जारी किया।
दोपहर 2.50 बजे निर्वाचन अधिकारी के पास जाकर विधायक पुत्रवधू ने नामांकन वापस ले लिया। इससे पूर्व एक होटल में हुई पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में विधायक कल्याण सिंह भावुक हो गए।
उन्होंने अन्य जिलों में सत्ताधारी लोगों के निकट रिश्तेदारों के पंचायती राज चुनाव में उतरने के आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग ईष्र्यावश उन्हें ही निशाना बना रहे हैं। पार्टी को समान कार्रवाई करनी चाहिए। इधर, इस स बंध में प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से स पर्क नहीं हो सका।
गौरतलब है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी से मंगलवार शाम शिकायत की गई थी कि जनप्रतिनिधियों को टिकट नहीं देने की नीति के बावजूद विधायक सिंह की पुत्रवधु को खमनोर पंचायत समिति के वार्ड नम्बर 16 से भाजपा ने टिकट दिया है।
इसके बाद परनामी ने नाराजगी जाहिर की और सीएम राजे से चर्चा कर बुधवार को कल्याण सिंह को नोटिस जारी किया।