प्रदेश में हो रहे पंचायत चुनाव में भले ही प्रमुख राजनीतिक दल परिवारवाद से दूर रहने का दावा कर रहे हों, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है।
विभिन्न जिलों में जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के लिए सियासी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों की फेहरिस्त पर निगाह डालें तो पहले चरण में कोटा संभाग व राज्य के कुछ अन्य स्थानों को छोड़ सभी जगह नेताओं के रिश्तेदारों की भरमार नजर आती है।
कांग्रेस ने भाजपा के मुकाबले रिश्तेदारों को ज्यादा टिकट दिए हैं। भाजपा ने हालांकि नाथद्वारा के विधायक कल्याण सिंह की पुत्रवधू का टिकट काटकर सख्ती के संकेत दिए, लेकिन प्रतापगढ़ जिले में जनजाति विकास मंत्री नन्दलाल मीणा के बेटे के साथ उनकी पुत्रवधू भी जिला परिषद सदस्य की उम्मीदवार है।
उदयपुर में कांग्रेस ने जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला के बेटे को गोगुंदा पंचायत समिति में टिकट दिया था, लेकिन उनका पर्चा खारिज हो गया। डूंगरपुर में पूर्व विधायक लालशंकर घाटिया की पत्नी राधा देवी पंचायत समिति बिछीवाड़ा के वार्ड आठ से मैदान में हैं।
प्रतापगढ़ जिला परिषद के वार्ड संख्या 16 से मीणा के पुत्र व प्रतापगढ़ के मौजूदा प्रधान हेमन्त और वार्ड 15 से पुत्रवधू सारिका को बाकायदा भाजपा का चुनाव चिह्न तक जारी हो चुका है।
बांसवाड़ा जिला परिषद में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया की पत्नी रेशम मालवीया वार्ड 13 से प्रत्याशी हैं, तो आनन्दपुरी पंचायत समिति के लिए वार्ड 14 से उनके पुत्र प्रेमप्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।
चूरू में भाजपा सहकार प्रकोष्ष्ठ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश आबूसरिया की पत्नी इन्द्रमणि जिला परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशी हैं। दौसा में भाजपा ने पूर्व विधायक नन्दलाल बंशीवाल के बेटे रोहित को पंचायत समिति के वार्ड संख्या 23 और वार्ड 9 से पूर्व विधायक जियालाल बंशीवाल के पुत्र विक्रम को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा जयपुर के बस्सी क्षेत्र के वार्ड 24 से जिला परिषद चुनाव लड़ रहे हैं।
जोधपुर में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की पत्नी लीला मदेरणा वार्ड 33 व पुत्री दिव्या वार्ड 25 से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, पूर्व मंत्री स्व. नरपतराम बरवड़ की पुत्री गीता को कांग्रेस ने वार्ड 13 से प्रत्याशी बनाया है।
कांग्रेस ने सीकर के दांतारामगढ़ से विधायक पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नारायणसिंह के पुत्र वीरेन्द्रसिंह को पंचायत समिति चुनाव में उतारा है, तो झुंझुनूं में सूरजगढ़ विधायक श्रवणकुमार के बेटे डॉ. प्रवीण कुमार जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव जी.आर. खटाणा की पत्नी गीता दौसा में जिला परिषद का चुनाव लड़ रही हैं। दौसा के वार्ड 23 से दो बार चुनाव हार चुके कांग्रेस नेता रामनाथ राजौरिया के पुत्र अमित को प्रत्याशी बनाया गया है।
अलवर के कठूमर में पूर्व विधायक रमेश खींची के दो पुत्र व पुत्रवधू पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं, तो पूर्व विधायक बाबूलाल बैरवा के पुत्र अवधेश भी पंचायत चुनाव मैदान में हैं।
श्रीगंगानगर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुलदीप इंदौरा की पत्नी सीमा घड़साना पंचायत समिति के वार्ड 12 से चुनाव लड़ रही हैं।
इनका कहना है
जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों को टिकट नहीं देने की शुरूआत भाजपा ने ही की है। पंचायत चुनाव में पार्टी इस मामले में 95 प्रतिशत सफल रही है। इसके बावजूद कुछ मामले सामने आए हैं, उनमें कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कैलाशनाथ भट्ट, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
कांग्रेस ने पार्टी के प्रति समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ता तथा जिसकी जीत की संभावना है, उसे टिकट दिया है।
अर्चना शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस