उदयपुर. झीलों के संरक्षण को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशों की पालना को लेकर जिला प्रशासन, यूआईटी व नगर निगम सक्रिय हो गया है।
गुरुवार सुबह जिला कलक्टर के नेतृत्व में इन एजेंसियों के प्रमुखों ने झीलों की स्थिति देखी। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता सुबह झील किनारे पहुंचे और स्थानीय लोगों तथा झील प्रेमियों से चर्चा की।
इस दौरान वहां आए यूआईटी सचिव रामनिवास मेहता, नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, एनएलसीपी के टीम लीडर बी.एल.कोठारी को झीलों की सफाई को लेकर कई निर्देश दिए।
आयुक्त बारहठ ने कलक्टर को बताया कि कुम्हारिया तालाब की सफाई बुधवार से शुरू करवा दी तथा आज भी चल रही है, आयुक्त ने कलक्टर को यह भी बताया कि नागा नगरी स्थित सीवरेज चैम्बर की सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया है।
कलक्टर ने हनुमान घाट, पंच देवरिया, नागा नगरी क्षेत्र में झीलों की स्थिति तथा सीवरेज पम्प देखे।
इस दौरान झील प्रेमी तेजशंकर पालीवाल ने जिला कलक्टर से कहा कि इस क्षेत्र में पुराने कनेक्शन अब तक नई सीवरेज लाइन में शिफ्ट नहीं हुए जिससे आधा सीवरेज बहकर झीलों में जा रहा है।
इधर, नगर निगम के स्वास्थ्य निरीक्षकों ने गुरुवार को गन्दगी फैलाने वालों के खिलाफ चालान बनाए तथा कइयों से जुर्माना वसूल किया।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूआईटी के लेक पेट्रोल ने भी सख्ती शुरू कर दी है, लेक पेट्रोल ने रानी रोड, उपला तालाब, बड़ी रोड, दूधतलाई तथा पिछोला क्षेत्र में गश्त करते हुए झीलों में गन्दगी फैलाने वालों को भगाया।