उदयपुर । छात्र संघ चुनाव नजदीक आते ही छात्र राजनीति गरमाने लगी है । एनएसयूआई के प्रत्याशी की घोषणा होने के पहले ही प्रेस वार्ता में हंगामा हो गया और प्रत्याशियों को लेकर एनएसयूआई के दो गुट आपस में ही भीड़ गए, नारे बाजी से बात बढ़ते बढ़ते रोड तक पहुंच गयी और हाथापाई तक एक बार तो हो गयी, यही नहीं बाद में पुलिस को हल्का बल पूर्वक छात्रों को हटाना पड़ा । एक बार तो माहोल देखते हुए लग रहा था कि एनएसयूआई आपस में ही उलझ कर रह जायेगी लेकिन फिर शाम को बड़े नेताओं की समझाइश से माहोल शांत किया । काफी जद्दोजहद के बाद एनएसयूआई ने अपना प्रत्याशी रोनक पुरोहित को घोषित किया । गुरुवार को होटल रघुमहल में एनएसयूआई के प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा में रखी गयी प्रेस वार्ता के दौरान बीच में एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष यशवंत चौधरी आया और हंगामा खड़ा कर दिया, यशवंत चौधरी ने कहा कि रौनक पुरोहित के लिए मेरे से कोई सहमति नहीं ली गयी जब की में चुन कर एनएसयूआई अध्यक्ष बना हुँ। हंगामा करते हुए चौधरी ने महासचिव पद के लिए अपने चहेते योगेश लोहार को टिकिट देने को लेकर अड़ गए और कहा यदि योगेश लोहार को टिकिट नहीं दिया गया तो वे अपनी पूरी कार्यकारणी के साथ एनएसयूआई के पदों से इस्तीफा दे देगें। चौधरी उदयपुर के प्रभारी अशोक पूनिया को लेकर प्रेस वार्ता से बाहर चले गए और काफी देर वार्ता करने के बाद भी वे अपनी बात पर अड़े रहे।
जब यशवंत चौधरी की बात नहीं मानी गयी तो यशवंत चौधरी के समर्थक नारे बाजी करर्ते हुए होटल के बाहर आगये और प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक मेवाड़ा के विरोध में नारे बाजी करते हुए उससे हाथापाई तक की नौबत आगयी, इसी बीच सड़क पर माहोल बिगड़ता देख पुलिस को कमान संभालनी पड़ी और छात्रों को वहां से हटाया बाद में एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने समझाइश कर मामला शांत किया । शाम तक कांग्रेस के आला नेताओं की आपस में बात चित हुई और मामले को शांत किया।