अब कंपनियां 90 फीसदी टैक्नोलॉजी पर निवेश करेगी

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क्लाउड आधारित टैक्नोलॉजी पर अगले पांच वर्षों में 30 फीसदी तक निवेश बढाने की तैयारी

-कंपनियों ने बेहतर व्यावसायिक प्रदर्शन बनाने के लिए टैक्नोलॉजी  को गले लगाया-

उदयपुर, आईबीएम द्वारा राजस्थान क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों के बीच हाल में कराए एक सर्वे से यह जाहिर हुआ है कि 90 फीसदे से अधिक कारोबार अगले पांच वर्षों में आईटी पर अपना निवेश 30 फीसद तक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। क्लाउड एंड सॉफ्टवेयर सर्विस आधारित टैक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश की तैयारी की जा रही है। सर्वे में भाग लेने वाले 80 फीसद से अधिक उत्तरदाताओं ने कहा कि वे कीमतों को नियंत्रण में लाने के साथ-साथ कारोबारों की उत्पादकता बढ़ाएंगे।

टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में हुई प्रगति और बाजार के समीकरणों ने ग्राहकों के साथ व्ययवसायों के जुड़ाव को लेकर काफी दबाव बनाया है और साथ ही उन्हें आविष्कारिता बढ़ाने और उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए भी प्रेरित किया है। लगभग सभी रिस्पॉन्डेन्ट्स का मानना था कि आज टैक्नोलॉजी किसी भी संगठन की रीढ़ की तरह है और यह व्यावसायिक कुशलता बढाने के साथ-साथ लागत में कमी लाते हुए आज के दौर के बाजारों को प्रतिस्पर्धी लाभ भी दिलाती है।

आईबीएम इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट एंड टैरिटॅरी एग्जीक्युटिव नॉर्थ एंड ईस्ट साउथ एशिया विवेक मलहोत्रा ने बताया कि मंझोले आकार की कंपनियां राजस्थान में आर्थिक विकास के लिए प्रमुखता से योगदान कर रही हैं। ये कंपनियां सही मायने में किसी भी विकासशील अर्थव्यवस्था के लिए उत्प्रेरक की तरह होती हैं। ये कंपनियां अब व्यावसायिक अवसरों का लाभ उठाने के लिए एकदम नए अंदाज में टैक्नोलॉजी को अपना रही हैं, विकास और आविष्कारिता को बढावा दे रही हैं और साथ ही अपने संगठनों को संभावित सुरक्षा खतरों से बचा रही हैं।

आइकॉन इंटीग्रेटेड सर्विसेज के प्रबंध निदेशक राजीव माथुर ने बताया कि आईबीएम द्वारा कराया गया यह हालिया अध्ययन राज्य में आईटी की मौजूदा तस्वीर दिखाता है। विभिन्न व्यवसाय अपने विकास के लिए टैक्नोलॉजी को अपनाने के लिए तत्पर हैं और वे इसे अपनी विकास रणनीति का अहम् हिस्सा भी मानते हैं। मंझोले आकार की कंपनियों में क्लाउड एंड सॉफ्टवेयर सर्विस तथा स्टोरेज टैक्नोलॉजी को अपनाने की इच्छा है जबकि छोटी कंपनियां बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने मौजूदा आईटी तंत्र को मजबूत बनाने का इरादा रखती हैं।

आईबीएम के लिए राजस्थान एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। राज्य की राजधानी होने के नाते जयपुर ने हाल के वर्षों में तेज रफ्तार आर्थिक विकास दर्ज किया है जो स्थानीय वस्त्र, शिक्षा एवं पर्यटन उद्योग में हुए विकास के चलते मुमकिन हुआ। आईबीएम इस क्षेत्र में उन्नत सॉफ्टवेयर समाधानों, टैक्नोलॉजी और सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न व्यावसायिक इकाइयों के साथ मिलकर काम करती आ रही है।

श्री सीमेंट्स लिमिटेड के सीआईओ एस के सोनी ने कहा कि जैसे जैसे हम हर साल अपनी क्षमता में वृद्घि कर रहे हैं, उसके अनुसार यह जरूरी है कि हमारा टैक्नोलॉजी आधार इस प्रकार का हो जो हमारे विकास को बढावा देने के साथ-साथ हमारे सामने पेश आ रहे मुद्दों का समाधान कर सके। आईबीएम ने हमारी कारोबारी जरूरत को बखूबी समझा है और पावर 7 टैक्नोलॉजी की बदौलत हमें अपने मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से ही बेहतर परफॉरमेंस का लाभ दिया है, साथ ही भविष्य के लिहाज से भी हमें अधिक लचीला और अधिक विस्तार योग्य बनाया है।

Shabana Pathan
Shabana Pathanhttp://www.udaipurpost.com
Contributer & Co-Editor at UdaipurPost.com

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