उदयपुर। निर्जला एकादशी का पर्व आज व्रत, उपवास और दानपुण्य कर मनाया जा रहा है। इस मौके पर शहर के सभी मंदिरों में विशेष पूजा-अनुष्ठान किए जा रहे हैं। मुख्य मंदिरों में भक्तों की कतारें सुबह से लगी हुई है। आज शाम को युवा पतंगबाज भी अपनी कला का हुनर दिखाएंगे।
शहर के मुख्य देवालय जगदीश मंदिर, अस्थल मंदिर, बाईजीराज कुंड, सत्यनारायण भगवान मंदिर राधा वल्लभजी का मंदिर श्रीनाथजी का मंदिर, मीठारामजी का मंदिर सहित कई अन्य मंदिरों में आज सुबह से महिला भक्तों और युवाओं की कतारें लगी हुई है। सभी मंदिरों में ठाकुरजी की प्रतिमा को विशेष शृंगार कराया गया है। कई मंदिरों में नाव मनोरथ भी सजाया गया है। साल की सबसे बड़ी एकादशी होने से अधिकतर भक्तों के उपवास व्रत रखे हुए हंै। भीषण गर्मी को देखते हुए कई मंदिरों में भक्तों की छाया का प्रबंध भी किया गया है। जगदीश मंदिर में भी चौक में छाया का प्रबंध किया गया है। जगदीश मंदिर में सुबह मंगला आरती के साथ ही दर्शनार्थियों की आवाजाही शुरू हो गई थी, जो रात 11 बजे तक जारी रहेगी। श्रीनाथजी के मंदिर, अस्थल मंदिर में भी भक्तों की कतारें सुबह से ही लगना शुरू हो गई थी। भक्तों द्वारा सुबह से दान देना भी लगातार चल रहा है। देवालयों के बाहर दान लेने वाले और देने वालों की खासी भीड़ उमड़ रही है।
आसमान में उड़ रही पतंगे : आज के दिन पतंगबाजी का भी चलन है, इसके लिए पतंगबाजी के शौकीन युवाओं ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। सुबह होते ही घरों की छतों पर पतंगबाजी के लिए चढ़ गए। अंतरराष्ट्रीय पतंगबाज अब्दुल कादिर अपनी कला का प्रदर्शन शाम चार बजे राजीव गांधी पार्क के सामने फतहसागर के खाली पेटे में करेंगे। कादिर ने दावा किया है कि वो एक ही डोर पर 500 पतंगे उड़ाएंगे। सभी पतंगे कादिर ने खुद निर्मित की है। कादिर ने बताया की वह हेलमेट पहनने का सन्देश देने वाली 100 पतंगों को भी उड़ाएंगे।