उदयपुर | देश को हिला देने वाली घटना निर्भया गैंपरेप पर बनी विवादित डॉक्यूमेंटरी का बीबीसी ने प्रसारण कर दिया । सरकार की लाख रोक के बावजूद उसको यू ट्यूब पर भी अपलोड कर दिया | पिछले कई दिनों से चल रहे हो हल्ले के बाद बीबीसी ने यह कहते हुए कि “यह डॉक्यूमेंट्री हमारी एडिटोरियल गाइड लाइन के मुताबिक़ ही है” कह कर इसका प्रसारण जारी कर दिया | भारत सरकार का होम मिनिस्ट्री विभाग चिल्लाता रहा लेकिन आखिर कार यु ट्यूब पर भी जारी हो गयी | सरकार के कड़े विरोध के बाद यू ट्यूब से बीबीसी ने उसको हटा दिया लेकिन तब तक देर होचुकी थी और इसको कई और लोगों ने डाउनलोड कर फिर से अपलोड कर दी | अभी काम से काम २७ सोर्स ऐसे है जिस पर बीबीसी की यह विवादित डॉक्यूमेंट्री चल रही है और इसके विजिटर हर मिनट हज़ारों की संख्या में बढ़ रहे है |
आखिर क्या है इस डॉक्यूमेंट्री में :
इस डॉक्युमेंट्री में जेल में बंद एक दोषी मुकेश सिंह ने कहा है कि अगर रात में महिलाएं निकलेंगी तो इस तरह की घटनाएं होंगी। बीबीसी की डॉक्युमेंट्री में मुकेश सिंह ने कहा, “रेप के लिए आदमी से ज्यादा महिला जिम्मेदार होती है।” इंटरव्यू में मुकेश ने दलील दी, “आप एक हाथ से ताली नहीं बजा सकते, इसके लिए आपको दोनों हाथों की जरूरत होती है। एक सभ्य लड़की रात में नौ बजे घर के बाहर नहीं घूमेगी। उस हालत में एक लड़की रेप के लिए लड़के से कहीं ज्यादा जिम्मेदार होती है। लड़के और लड़की एक नहीं हो सकते। घर का काम और घर में रहना लड़कियों का काम है। वे रात में बार, डिस्को कैसे जा सकती हैं? भद्दे कपड़े पहन कर गलत काम करती हैं। केवल 20 प्रतिशत लड़कियां ही अच्छी होती हैं।” 16 दिसंबर, 2012 को पैरा मेडिकल की छात्रा निर्भया अपने दोस्त के साथ फिल्म देख कर रात में अपने घर लौट रही थी। रास्ते में वह गैंगरेप की शिकार बनी। जिस बस में निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ, उसे घटना के वक्त मुकेश ही चला रहा था।
संसद में हंगामा :
निर्भया गैंगरेप कांड के दोषी का इंटरव्यू किए जाने और उसे इंडियाज डॉटर नाम की डॉक्युमेंट्री के तहत दिखाने की कोशिश के मामले पर बुधवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। सरकार पर उठे सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चैनल को इंटरव्यू की इजाजत दिए जाने से उन्हें हैरानी हुई है और सरकार ने बीबीसी फोर पर डॉक्युमेंट्री के प्रसारण पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस डॉक्युमेंट्री के लिए इजाजत नहीं दी, इसे पिछली सरकार ने अनुमति दी थी। वहीं, यूपीए सरकार में गृह मंत्री रहे सुशील शिंदे ने भी अनुमति दिए जाने के मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा, ”भले ही डॉक्युमेंट्री को अनुमति 2013 में दी गई थी, लेकिन यह मामला उनके संज्ञान में नहीं लाया गया था।”
निर्भया डॉक्यूमेंट्री पर बेबस सरकार – बीबीसी ने किया प्रसारण
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