उदयपुर। विश्वहिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रांतीय अधिवेशन के तहत उदयपुर शहर में निकाली गयी रैली के दौरान विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दाल के कार्यकर्ताओं ने मानो शहर का माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश की ? लेकिन पुलिस की सूझबूझ और मुस्तैदी के कारण इरादों में नाकाम रहे।
पलटन मस्जिद के सामने तेज आवाज़ में भड़काऊ गाना बजाना और नंगी तलवारों प्रदर्शन कर खूब हुड़दंग किया। बाद में मुखर्जी चौक और खांजीपीर जैसे मुस्लिम मोहल्लों से रैली निकालने पर अड़ गए लेकिन पुलिस के मन करने और रैली रोक देने के बाद मार्ग बदला गया।
ताज्जुब की बात यह है कि हथियारों से लेस होकर रैली निकालने की इजाजत नहीं देने पर भी रैली में हथियार खुले आम तलवारे लहराई गयी और माहौल खराब करने और नारों से भड़काने की पूरी कोशिश की गयी।
गृहमंत्री के गृह क्षेत्र में यह तमाशा दिन भर चलता रहा। तलवार लहराते कार्यकर्ताओं के साथ शोभागपुरा से शुरू हुई रैली 100 फीट रोड, आयड़, सेवाश्रम, सूरजपोल, आरएमवी रोड, समोरबाग, जगदीश मंदिर, हाथीपोल, चेटक, सुखाड़िया सर्किल, फतेहपुरा होते हुए शोभागपुरा पहुंची। इस दौरान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी जाप्ता तैनात रहा। शहर के एएससी, डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी भी रैली के साथ-साथ पैदल चलते रहे। रैली के लिए प्रदेश के 24 जिलों से करीब 800 कार्यकर्ता आए थे। इतने ही संख्या में शहर के बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता भी रैली में शामिल हुए। पुलिस ने सूझबूझ से रैली के बीच-बीच में पुलिस की गाड़ियां और जाब्ता तैनात कर रखा था, जिससे किसी अनहोनी को रोका जा सके। बता दें कि बजरंग दल की इस रैली को लेकर पुलिस प्रशासन की नजर एक दिन पहले सी ही थी क्योंकि रैली खांजीपीर, मुखर्जी चौक, आयड़ मस्जिद, पलटन मस्जिद से होकर गुजरनी थी। पुलिस प्रशासन लगातार रैली का रूट बदलने की मांग कर रहा था। पुलिसने कार्यकर्ताओं को तलवारें रखने की इजाजत नहीं दी थी। फिर भी कुछ कार्यकर्ताओं ने रैली में तलवारें लहराईं। पलटन के पास रैली पहुंचते ही डीजे में भड़काऊ गाना बजाया गया। कुछ कार्यकर्ताओं ने एक स्कूटी को लात मारकर माहौल बिगाड़ने की भी कोशिश की।
जुलूस में कुछ लोगों द्वारा उन्माद फैलाने के प्रयास, अभद्र नारे लगाने और हथियारों को लहराने सहित अन्य बिंदुओं पर कानून व्यवस्था के हुए उल्लंघन को लेकर शहर के अधिकतर थानाधिकारियों ने उनके थानों के रोजनामचा में रपट डाली है। पुलिस के अनुसार पूरे जुलूस की वीडियोग्राफी कराई गई है। ऐसे में संभव है कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है।
मस्जिद के सामने तेज आवाज़ में भड़काऊ गाना बजाना, मुस्लिम मोहल्लों में तलवारों से प्रदर्शन करना मकसद था रैली का ?
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शस्त्र रखना तो हमारी परम्परा है।
Kya in par video ke aadhaar pr karywahi hogi