बांसवाडा, प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि नई पीढी को अपने बलिदानी जीवन जीने वाले पुरखों और शहीदों की कुर्बानी से सीख लेनी होगी। आजाद भारत में आज विकास की तस्वीर हमारे पुरखों के बलिदान की देन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोविन्द गुरु के उपदेश आज भी प्रासंगिक है और न केवल स्वयं का बल्कि प्राणी मात्र का कल्याण इन उपदेशों को आत्मसात करने पर संभव है।
मुख्यमंत्री शनिवार को बांसवाडा जिले के आनंदपुरी पंचायत समिति में गुजरात सीमा पर स्थित ऐतिहासिक मानगढ धाम पर अमर शहीद संत गोविन्द गुरु के नेतृत्व में १७ नवंबर १९१३ को १५०० गुरुभक्तों के बलिदान के सौ साल पूर्ण होने पर आयोजित शताब्दी वर्ष कार्यऋमों के शुभारंभ समारोह में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पिछले चार वर्षों में चौतरफा विकास के कीर्तिमान स्थापित होने की जानकारी देते हुए यह इस विकास को निरंतर और निर्बाध जारी रखने का संकल्प दोहराया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में गरीब वर्ग के कल्याण के लिए चलाई जा रही मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना, मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा कार्यऋम, नि:शुल्क दवा योजना सहित जननी शिशु सुरक्षा योजनाओं के माध्यम से दी जा रही राहत के बारे में भी बताया। उन्होंने हाल ही में किसानों के लिए ब्याजमुक्त ऋण देने की योजना के साथ ही बजट घोषणा में शामिल प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए ५६ हजार लेपटॉप शीघ्र ही वितरित करने के बारे में अवगत कराया। इस मौके पर उन्होंने बालिका शिक्षा को बढावा दिए जाने के तहत मुख्यमंत्री बजट घोषणा में ही प्रदेश की तीन टॉपर बालिकाओं को विदेश अध्ययन सरकारी खर्च पर भेजे जाने के प्रावधान की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि इस वर्ष जिन तीन बालिकाओं का चयन हुआ है वे तीनों उदयपुर संभाग से है तथा उनमें से एक बच्ची बांसवाडा जिले के बागीदौरा से भी है। मुख्यमंत्री ने बागीदौरा की सरकारी स्कूल से ९१ प्रतिशत अंकों के साथ विदेश अध्ययन के लिए चयनित सुजीता शाह को बधाई दी और कहा कि बेटियां परिवार, समाज और राज्य का नाम रोशन करती है।