उदयपुर के मेवाड़ हॉस्पीटल में डॉक्टरों की घोर लापरवाही – ऑपरेशन टेबल पर ही युवक की मौत

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ऑपरेशन थियेटर में भला-चंगा गया था मरीज, बाहर निकली लाश, हॉस्पीटल प्रबंधन पर परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
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उदयपुर। मछली को फांसने के लिए जिस तरह कांटे में चारा डाला जाता है उसी तरह उदयपुर के मेवाड़ अस्पताल के डॉक्टरों ने मामूली ऑपरेशन के लिए आये युवक को विश्वास दिलाते हुए कहा था “हँसते हुए आओगे और पैरों पर चल कर जाओगे ” लेकिन ऑपरेशन के 40000 लेने के बाद अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से युवक ने ऑपरेशन टेबल पर ही दम तोड़ दिया और चलते हुए जाने के बजाय चार कन्धों पर गया | जानकारी के अनुसार बेदला स्थित मेवाड़ हॉस्पीटल में सोमवार शाम डॉक्टरों की घोर लापरवाही से एक मरीज की मौत हो गई। मरीज के परिजनों ने यह आरोप लगाते हुए हॉस्पीटल प्रशासन के खिलाफ सुखेर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हॉस्पीटल की तरफ से सौंपी गई लाश का सुखेर पुलिस द्वारा एमबी हॉस्पीटल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा। सूत्रों के अनुसार कानपुर मादड़ी निवासी बाली शर्मा (३४) के एक पैर की नस में खिंचाव और पैर सुन्न पडऩे की शिकायत थी। उसने मेवाड़ हॉस्पीटल में चैक-अप करवाया, तो उसे बताया गया कि एक घंटे का मामूली ऑपरेशन होगा। उसके बाद सब ठीक हो जाएगा। कल बाली शर्मा परिजनों के साथ मेवाड़ हॉस्पीटल गया, जहां तीन बजे उसे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया, लेकिन छह बजे तक जब कोई बाहर नहीं निकला, तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। बाद में डॉक्टरों ने आकर कहा कि कुछ कॉम्पलिकेशन है। समय लगेगा। करीब साढ़े आठ बजे परिजनों को डॉक्टरों ने बाली शर्मा की मौत की खबर दी। बताया गया कि अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण बाली की मौत हो गई है। परिजनों को यह जानकारी देने से पूर्व ही हॉस्पीटल प्रशासन ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने समझाइश करके परिजनों को शांत किया। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मेवाड़ हॉस्पीटल के प्रबंधन और डॉक्टरों की लापरवाही से बाली की मौत का मामला दर्ज किया है।
नहीं ले रहे हैं ४० हजार : बाली शर्मा के ऑपरेशन से पूर्व ५० हजार का खर्चा बताया गया था। ऑपरेशन से पूर्व ४० हजार रुपए लिए गए थे। बाली की मौत के बाद डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि बाली पर हॉस्पीटल की तरफ से ८० हजार का खर्चा किया गया है, लेकिन वे बाली की मौत होने के कारण ४० हजार रुपए नहीं ले रहे हैं।
मरीज की पैर की नस दबी हुई थी, जिसका ऑपरेशन किया गया। उस दौरान अत्यअधिक रक्तस्त्राव होने से उसकी मौत हो गई। हमारी तरफ से बॉडी पुलिस को सौंप दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।
-मनीष छापरवाल, मेवाड़ हॉस्पीटल

Shabana Pathan
Shabana Pathanhttp://www.udaipurpost.com
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