उदयपुर । भारतीय नौ सेना में उदयपुर के सहायक लेटिनेंट अभिनव नागौरी अपने चार साथी अफसर के साथ बीती रात अरब सागर पर गश्ती विमान क्रेश होने के बाद से लापता है। अभिनव रिटायर्ड जिला शिक्षाधिकारी धर्मचंद नागौरी और डाइट की प्राचार्य सुशीला नगौरी के इकलौते सपूत है। लापता अभिनव और उनके साथियों के लिए नौसेना के 9 विमान द्वारा जबरदस्त अभियान चलाया जा रहा है।
सहायक लेटिनेंट अभिनव के इस विमान हादसे में लापता होने के बाद से पूरा शहर उनके सही-सलामत लौटने की दुआ कर रहा है। अभिनव के घर पर नाते-रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है। इस बीच अभिनव के पिता धर्मचंद नागौरी आज सुबह मुंबई पहुंच गए हैं, जो दोपहर बाद गोवा पहुंच जाएंगे।
बीती रात भारतीय नौसेना का डोर्नियर सर्विलेंस विमान गोवा तट से 20 मील दूर अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें चार ऑफिसर सवार थे। दुर्घटना मंगलवार रात हुई। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि चार विमान सवारों में से एक को बचा लिया गया, जबकि दो लापता हैं, जिनमें से एक महिला भी शामिल है। एक ऑफिसर का शव मिल चुका है। दुर्घटनाग्रस्त विमान गोवा के डाबोलिम के पास आईएनएस हंस पर भारतीय नौसेना के अड्डे के स्क्वोड्रन 301 का हिस्सा था। अधिकारी ने बताया कि यह एक प्रशिक्षण उड़ान थी।
नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि कंमाडर निखिल जोशी को उस क्षेत्र में मछली पकड़ रहे मछुआरों ने बचाया। चालक सहित अन्य लापता लोगों के लिए तलाशी अभियान जारी है। नौसेना के छह जहाज और चार विमान उन्हें बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। नौ सेना के प्रवक्ता ने बताया कि गोवा स्टेशन का दुर्घटनाग्रस्त विमान के साथ संपर्क मंगलवार रात 10.02 बजे टूट गया था। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है।
पिता से कहा आधे घंटे बाद बात करता हूं : नौ सेना के विमान हादसे में सहायक लेटिनेंट अभिनव के लापता होने की सूचना मिलने के बाद भुवाणा में नील कमल होटल के पीछे स्थित उनके निवास स्थान पर लोगों का तांता लगा है। परिजनों ने बताया कि कल शाम छह से सात बजे के बीच अभिनव का फोन उसके पिता धर्मचंद नागौरी के पास आया था, तब अभिनव ने उनसे कहा था कि रोजाना उसकी चार घंटे की लाइट होती है, लेकिन आज सिर्फ आधे घंटे की ही लाइट है। अभिनव ने कल शाम हुई आखिरी बातचीत के दौरान अपने पिता धर्मचंद से कहा था कि वह आधे घंटे बाद उनसे बात करेगा।
दो बहनों में सबसे छोटा है अभिनव : लेटिनेंट अभिनव धर्मचंद नागौरी की तीस सबसे छोटी संतान है। अभिनव से दो बड़ी बहनें हैं, जिनमें से एक की शादी जोधपुर करवा रखी है और दूसरी बहन किन्या में रहती है। नौ सेना में २५ वर्ष की आयु के बाद ही शादी करने की प्रमिशन मिलती है। अभी-अभी अभिनव ने २५ बरस पूरे किए थे। इसके बाद से उसके परिजन उसके लिए लडक़ी तलाश कर रहे थे। अभिनव ने १२वीं तक की स्कूली पढ़ाई विद्याभवन स्कूल से की थी। उसके बाद इंजीनियर करके भारतीय नौ सेना में भर्ती हो गया था। २०१३ में अभिनव को गोवा में सहायक लेटिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली थी, तब से अभिनव गोवा में ही पोस्टेड था।
देश सेवा मे तो ऐसा ही होता है :
अभिनव के चाचा विनोद नागौरी ने बताया कि भारतीय नौ सेना में सहायक लेटिनेंट बनने के बाद अभिनव को छह-छह माह में घर आने के लिए छुट्टियां मिलती थी। जब भी वह घर आता था, तो पिता धर्मचंद और मां सुशीला उससे कहती थी कि तुम इतने दिनों के बाद घर लौटते हो, तो अभिनव का एक ही जवाब होता था क्रदेशसेवा में तो ऐसा ही होता है।ञ्ज अभिनव में शुरू से ही देश की सेवा को लेकर जज्बा था और अपने जज्बे और जुनून के कारण ही वह नौ सेना में भर्ती हुआ था।