गुजराती गरबा व गीत- संगीत से भारतीय प्रवासी मंत्र-मुग्ध
उदयपुर ,नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में 25 अप्रेल से 4 मई तक लन्दन (यु.के.) के विविध क्षेत्रों में स्नेह मिलन एवं सत्संग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को हरिबेन बच्चु भाई नागरेचा हॉल लन्दन में स्नेह मिलन एवं समाज सेवी भारतीय प्रवासियों का सम्मान समारोह आयोेजित किया गया। संस्थान के संस्थापक श्री कैलाष ’मानव’, लन्दन के पुज्य स्वामी बापू रानीगा परिवार, रमणीकभाई रानिगा, दिनेष भाई रंानिगा व हरीष भाई रानिगा ने दीप प्रजज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि श्री मनोज भाई पंखानिया ने कहा कि प्रभु के दर्षन कहा हांेगे, यह किसी को पता नहीं। नारायण सेवा संस्थान जन्मजात पोलियो विकलागों की निःषुल्क चिकित्सा कर उन्हें अपने पंावों पर खडा करने का जो कार्य कर रहा है वह सचमुच साक्षात् नारायण की ही पूजा है। श्री कैलाष मानव ने भारत में नारायण सेवा संस्थान की स्थापना कर गरीबों, निराश्रितों, विकलांगों एवं असहाय महिलाओं व बच्चों की चिकित्सा एवं सेवा के लिए बडा काम किया है। जिस पर हम भारतीय प्रवासियो को गर्व हैं। कार्यक्रम में संस्थान संस्थापक कैलाष ’मानव’ ने कहा कि संस्थान सात समुद्र पार के देषों मे निवासरत् उन भारतीयों का आभारी है, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और सेवा सन्देष को अपनी दिनचर्या में शामिल कर भारत की मिट्टी की खुषबु को सहेजा है। अपने उद्बोधन में, संस्थान अध्यक्ष श्री प्रषान्त अग्रवाल ने संस्थान की 28 वर्षीय सेवा यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान के सेवा महातीर्थ बड़ी, उदयपुर में 200 निराश्रित बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। कार्यक्रम के विषिष्ट अतिथि श्री वीनु भाई नागरेचा, श्री जगदीष पामेचा, श्रीमती कान्ता बेन, सिद्ध आश्रम के गुरू श्री राजेष परमार, श्री हसमुखभाई गोहिल, श्री सुभाषभाई, प्रकाष भाई, यू.सी. पटेल, उर्मिल बेन, नवीन भाई-बल्लुभाई, कान्तीलाल टेलर श्री हसमुखभाई थे । राज ज्वेलर्स की ओर से श्री कैलाष मानव का अभिनन्दन किया गया । संस्थान की ओर से अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर मेवाडी पाग और श्रीनाथजी का उपरणा पहनाकर स्वागत सत्कार किया गया। कार्यक्रम के दौरान 400 से अधिक लोगों को गुजराती गरबे एवं भारतीय संस्कृति से ओत्-्प्रोत गीत-संगीत की रंगा-रंग प्रस्तुतियों ने वहा उपस्थित सभी महानुभावों का मन गद्-गद् कर दिया। कार्यक्रम का संचालन श्री महिम जैन ने किया।
नारायण सेवा संस्थान का लन्दन मे भामाषाह सम्मेलन
Date: