उदयपुर। नगर पालिका के अगस्त में होने वाले चुनावों की जारी हुई प्रभारियों की सूची में मेवाड़ की अधिकतर पालिकाओं में गृह सेवक और कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया के विरोधियों को पूरी प्राथमिकता देते हुए प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि राजस्थान में पूर्व में हुए नगर निकाय के चुनाव और पंचायत के चुनाव कटारिया के नेतृत्व में लड़े गए थे, जिसमें भारी सफलता मिली थी, लेकिन इस बार आलाकमान ने कटारिया की पसंद को दरकिनार करते हुए उनके घोर विरोधियों को मौका दिया है। नगर पालिका चुनाव के लिए प्रदेश भाजपा ने प्रभारियों की कल जारी सूची में पूर्व जिलाध्यक्ष ताराचंद जैन को कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) का प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि एक और घोर विरोधी पूर्व पार्षद अर्चना शर्मा को देवगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया है। इसके अलावा मांगीलाल जोशी को डूंगरपुर नगर पालिका चुनाव प्रभारी बनाया गया है। शांतिलाल चपलोत को भींडर, सुरेंद्रसिंह राठौड़ को फतहनगर का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा नगर परिषद के पूर्व सभापति रवींद्र श्रीमाली को छोटीसादड़ी, सत्यप्रकाश काबरा को कपासन, ओम पालीवाल को प्रतापगढ़, रतनलाल जाट को बेगूं की जिम्मेदारी सौंपी है। माना जाता है कि मेवाड़ की भाजपा में कोई भी राजनैतिक नियुक्ति या हलचल गुलाबचंद कटारिया की स्वीकृति के बिना नहीं होती, लेकिन नगर पालिका प्रभारियों की लिस्ट देख कर राजनैतिक हलके में सुगबुगाहट जरूर है कि क्रभाई साहबञ्ज के चहेतों को जिम्मेदारी नहीं सौंपकर उनके घोर विरोधियों को नगर पालिका चुनाव की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई? कोई इसको श्री कटारिया की ही नई रणनीति बता रहा है तो किसी का कहता है कि मुख्य सेवक वसुंधरा राजे अब कटारिया का कद घटाने में लगी हुई है, इसीलिए पूरी टीम ही उन्होंने कटारिया के विरोधियों से भर दी है।
पालिका चुनावों में कटारिया विरोधियों की बल्ले-बल्ले
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