उदयपुर | बदहाल सफाई व्यवस्था से त्रस्त जनता पर राज्य सरकार कचरे का बोझ डालने जा रही है | डोर टू डोर कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी नगर निगम की बजाय अब मोहल्ला विकास समिति या संस्थाओं पर थोपी जा रही है | जिसमे जनता को ही सफाई कर्मी व् कचरा संग्रहण से लेकर डिपो तक ले जाने की व्यवस्था करनी होगी | इसके लिए आवश्यक राशि की उगाही भी जनता को अपनी जेब से ही करनी होगी राज्य सरकार के स्वायत शासन विभाग की और से जारी इन आदेशों में नगर निगम पर जम कर कृपा बरसाई गयी है | और इस व्यवस्था को प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान से जोड़ते हुए नाम दिया है स्वच्छता मित्र आपके द्वार |
क्या है योजना :
राज्य सरकार ने सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए स्वच्छता मित्र आपके द्वार योजना लागू करने जा रही है। जिसके लिए उदयपुर नगर निगम ने मोहल्ला विकास समितियों व् संस्थाओं को आमंत्रित किया है | नगर निगम डोर-टु-डोर वेस्ट कलेक्शन करने की इच्छुक संस्थाएं, व्यक्ति या मोहल्ला विकास समितियों से प्रस्ताव लेकर पंजीयन करेगी आैर सफाई के बदले जनता से सहयोग राशि वसूलने का अधिकार भी देगी। एक से ज्यादा प्रस्ताव आने पर किसी संस्था व्यक्ति का चयन निगम लॉटरी से होगा। निगम 150 से 250 घरों के एक समूह को कलस्टर बनाकर वेस्ट कलेक्शन का काम करवाएगा। नगरीय ठोस अपशिष्ठ (प्रबंधन एवं हथालन) नियम 2000 की पालना में वेस्ट कलेक्शन के बदले 100 वर्गमीटर से अधिक के मकानों के मालिकों से 50 रुपए, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से 80 रुपए आैर ढाबे, होटल्स, रेस्टोरेंट बेकरी मालिकों से 100 रुपए प्रतिमाह वसूले जाने का फैसला किया गया है। यह राशि अधिकृत संस्था, एनजीआे या मोहल्ला विकास ही एकत्रित करेगी। सफाई कर्मचारी को पारिश्रमिक का भुगतान भी संस्था अपने स्वयं के स्तर पर ही करेगी।
नगर निगम पर मेहरबानी, जनता पर बोझ :
स्वच्छता मित्र आपके द्वार योजना में निगम को उसके मुख्य कार्य शहर में सफाई व्यवस्था से ही मुक्त कर दिया गया और सारा बोझ जनता पर डाल दिया गया है | इसमे यह की सफाई कर्मी, ट्रॉली, संसाधन जुटाने से लेकर कचरा संग्रहण करने व् शुल्क लेने तक की जिम्मेदारी मोहल्ला विकास समिति या संस्था पर डाली गयी है | यहाँ तक की सफाई कार्य के दौरान यदि कोई सफाई कर्मी दुर्घटना ग्रस्त होने की स्थिति में भी नगर निगम को जिम्मेदारी से मुक्त रखते हुए बोझ मोहल्ला विकास समिति पर ही डाला गया है | और तो और सफाई व्यवस्था बिगड़ने पर भी नगर निगम के अधिकारी या कर्मचारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की गयी है, लेकिन कचरा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशषा की गयी है |
इनका कहना …
राज्य सरकार द्वारा शुरू होने वाली योजना स्वच्छता मित्र आपके द्वार के आदेश आचुके है इसके लिए उदयपुर नगर निगम ने शहर की मोहल्ला विकास समितियों व् संस्थाओं को आमंत्रित किया है | देवेन्द्र सनी , स्वस्थ अधिकारी नगर निगम उदयपुर |