उदयपुर । निकाय चुनाव के तहत शुक्रवार सुबह से कलेक्ट्रेट में रणछोड़ों को रण छुड़वाने के हरसंभव भरसक प्रयास किए जा रहे थे, और दिन में तीन बजे से तक ३१ बागियों ने अपने नाम वापस लेलिये । इनमें भाजपा के ११ और कांग्र्रेस के १४ बागियों को समझा बुझाकर नामांकन वापस लिए। नाम वापस लेने की आज अंतिम तिथि थी |
रिटर्निंग अधिकारी छोगाराम देवासी ने बताया कि आज दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लेने की टाइम लाइन थी, जिसके पहले ३१ निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस लिए | इसमे भाजपा के बागी वार्ड २ से खुबीलाल पहाड़िया, वार्ड 8 से आभा आमेटा, वार्ड ९ से कांता पालीवाल,११ से दिनेश सोनी १९ से भंवर लाल , २० से शम्भू सिंह देवड़ा, २२ से कनक कुमार जोशी, यशवंत मेनारिया, व् मोहन लाल मेनारिया , ४१ से विवेक सामर , ४४ सुनील देसरला |
कांग्रेस के बागियों में वार्ड २ से किशन मेघवाल , ४ से मुजीबुद्दीन खान , व् मदन लाल हरिजन ५ से योगेश धाबाई , आठ से नूर बारो, २४ से आशा मालवीया, २६ से दिनेश राव, ३७ से इनके जेकब, ३८ से रजिया बानो व् शकीला बानो, ४६ से साहिबा शेख, ४७ सिद्दीका, व् वार्ड ५५ से अरुण टांक ने अपना नाम वापस लिया |
आज सुबह से ही पार्टी के पदाधिकारी नाम वापसी के हरसंभव प्रयास करते दिख रहे दोनों दलों के नेता कलेक्ट्री में जोर-आजमाइश कर रहे थे। निरंतर मोबाइल पर चिपके नेताओं के चेहरों के हाव-भाव देखते ही बन रहे थे। कभी गुस्सा तो कभी प्यार से बातें करते मोबाइल बंद करते ही वापस वही सदाबहार मुस्कराहट उनके चेहरे पर बिखर रही थी। जानकारी के अनुसार कई बागी शहर में मौजूद नहीं होने के बावजूद नेताओं को बस आ रहे हैं, आ रहे हैं की गोली दे रहे थे। दोनों पार्टियों की ओर से डेमेज कंट्रोल के लिए बनाई गई समितियों के पदाधिकारी भाजपा के शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, रजनी डांगी, गजपालसिंह राठौड़, कांग्रेस के कांग्रेस के वीरेन्द्र वैष्णव, गोपाल शर्मा (गोपजी) आदि मौजूद थे।
वार्ड ४ से अजय पोरवाल कांग्रेस के बागी वार्ड २५ से सीपी साहू व् वार्ड ३३ से भाजपा के बागी अशोक गरबारड़ा , व् ४२ से संत राम अग्रवाल मजबूत बागी के रूप में जमे हुए है, और इन बागियों की इनके क्षेत्र में पहुंच भी अच्छी है | यह सभी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता है और पार्टी द्वारा टिकिट नहीं दिए जाने से नाराज है | वार्ड चार से अजय पोरवाल भाजपा के महापौर के मजबूत उम्मीदवार चन्द्र सिंह कोठारी के लिए चुनौती बन सकते है | वही भाजपा के दूसरे महापौर के एक और दावेदार लोकेश द्विवेदी के लिए वार्ड ४२ में संत राम अग्रवाल परेशानी का सबब बन सकते है |
शहर भर के वार्डों में हर गली गली में चुनावी कार्यालय खुलना शुरू होगये है और पार्षद प्रत्याशी अपने चुनावी कार्यालयों के उद्घाटन के साथ साथ प्रचार में जुट गए है |