उदयपुर | सर्वोच्च न्यायालय में पशुओं के पॉलीथिन खाने सम्बन्धी मामले में दायर जनहित याचिका को लेकर गठित टीम गुरूवार को उदयपुर पहुंची। जिन्होंने शहर में विभिन्न जगहों का दौरा किया और शहर में पोलिथिन से पशुओं को कितना नुक्सान हो रहा है उसके लिए अपनी रिपोर्ट तैयार की |
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पॉलीथिन पर प्रतिबंध है, फिर भी दुकानदार प्रतिबंधित पॉलीथिन का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी सम्बन्ध में सुप्रीम कोर्ट में एक एनजीओ द्वारा पोलिथिन से होने वाले नुक्सान को लेकर जनहित याचिका दायर की है | जिसकी जाँच के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तीन वकीलों की टीम जिसमे बीना माधवन, मेनका गुरु स्वामी और डीवी रघुवाम शामिल हैं यहां पहुंची टीम ने नगर निगम के बलीचा स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड का दौरा किया। वहां के बाद अब शहर में पॉलीथिन और गारबेज (कूड़ा-करकट) के हालात देखे। चेतक स्थित पशुचिकित्सालय का दौरा किया और डॉकटरों से बातचीत कर आने वाले पशुओं की बिमारी और पोलिथिन से पशुओं में क्या क्या असर हो रहा है उसकी जानकारी ली नगर निगम के काइन हाउस का भी दौरा किया और अपनी रिपोर्ट तैयार की | जानकारी के अनुसार यह टीम उदयपुर के बाद जयपुर और जोधपुर शहर का भी दौरा करेगी | शहर का जायजा लेकर टीम नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण मंडल और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। टीम के साथ नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी जगदीश सिंह तथा डीएफओ ओपी शर्मा से मौजूद थे।
सुप्रीम कोर्ट की टीम ने पोलिथिन से होने वाले नुकसान की बनाई रिपोर्ट
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