उदयपुर। मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव का घमासान शुरू होने वाला है। चुनाव में आखरी 20 दिन बचे है. और सूत्रों के अनुसार तीनों मुख्य छात्र संगठन अपने अपने उम्मीदवारों के लिए अपना मन बना चुके है। अगले तीन दिनों में एबीवीपी एनएसयूआई और सीएसएस अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकते है इसमें एबीवीपी अपने उम्मीदवार के सबसे पहले घोषणा करने वाली है। एबीवीपी की रणनीति देखने के बाद एनएसयूआई अपना उम्मीदवार की घोषणा करेगी अगर सूत्रों की माने तो इस बार एनएसयूआई पहली बार किसी छात्रा को अध्यक्ष पद के लिए तैयार कर रही है। इधर सीएसएस ने भी अपना दावेदार तय कर रखा है।
पिता की राजनैतिक दुशमनी पड़ी भारी :
एबीवीपी के लिए शुरू से भाजपा के बड़े नेता और विधायक पुत्र सोनू आहारी और नीरज सामर के नाम सामने आरहे थे। जहां पहले नीरज सामर के लिए अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी तय मानी जा रही थी और भाजपा नेता प्रमोद सामर अपने पुत्र को चुनाव लड़ाने के लिए एड़ी से चोटी का जोर लगा रहे थे। लेकिन अब जैन समाज और एबीवीपी छात्र नेताओं का विरोध देखते हुए वे ही पीछे हट गए है, उन्होंने ही अपने पुत्र को अध्यक्ष पद की दावेदारी से पीछे हटा लिया है। सूत्रों की माने तो पिता प्रमोद सामर की राजनैतिक द्वेषता की वजह से एबीवीपी के कई मुख्य छात्र नेता और खुद जैन समाज के लोग नीरज सामर की दावेदारी के विरोध में है। प्रमोद सामर पिछले वर्षों में चुनावों के प्रभारी और पार्टी के मुख्य पदों पर रहते हुए राजनैतिक दुश्मनी पाल बैठे है। इस दुशमनी के चलते कई भाजपा पदाधिकारी और एबीवीपी छात्र नेताओं ने नीरज सामर के नाम का खुल कर विरोध किया है। कई एबीवीपी छात्र नेताओं का तो यहा तक कहना है कि अगर नीरज सामर को पार्टी टिकिट देती है तो वे एबीवीपी के विरुद्ध वोटिंग करवायेगें। इन समीकरणों के चलते यह तय है कि एबीवीपी अपना उम्मीदवार सोनू अहारी बनाये जाने की घोषणा कर देगी। हालाकिं यह घोषणा शुक्रवार शाम को होनी थी, और इसके लिए सोनू अहारी को पहले ही सूचित करदिया गया था इसलिए सोनू अहारी ने अपनी तैयारी पहले ही करदी है, जिसमे पेम्पलेट और होर्डिंग तक छपवा दिए गए है। कल शाम को साइंस कॉलेज के कुछ छात्रों को होटल में भी पार्टी दी गयी थी।
एनएसयूआई उतार सकती है छात्रा उमीदवार :
एबीवीपी की रणनीति देखने और उसका उमीदवार देखने के बाद ही एनएसयूआई अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी । छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष हिमांशु चौधरी है और उनका कहना है की इस बार फिर एनएसयूआई जीत को दोहरायेगी । चौधरी का कहना है की यदि एबीवीपी सोनू अहारी को टिकिट देती है तो एनएसयूआई छात्रा को टिकिट देगी जो की एमएलएसयू के इतिहास में पहली बार होगा एक छात्रा अध्यक्ष पद के लिए खड़ी होगी। एमएलएसयू के चारों संघटक कॉलेज में देखा जाए तो करीब ३० प्रतिशत छात्राएं वोटर है, जो किसी भी प्रत्याशी को हार या जीत में बड़ी भूमिका निभाती है। एनएसयूआई में महेंद्र परिहार का नाम भी सामने आया है लेकिन अभी पूरी तरह तय नहीं हो पाया है। हालांकि अभी एनएसयूआई ने किसी भी दावेदार के नाम पर अपनी मोहर नहीं लगाईं है। आज एबीवीपी के उम्मीदवार की घोषणा के बाद रणनीति तय की जायेगी ।
सीएसएस करेगी सोमवार को घोषणा :
सीएसएस छात्र संघर्ष समिति अपने दो दावेदारों को लेकर आश्वस्त है। सोमवार को सीएसएस के कार्य कर्ताओं की बैठक में मयूर ध्वज सिंह और गौरव शर्मा के नाम पर विचार किया जाएगा । दोनों दावेदारों के पीछे छात्रों के सपोर्ट का अच्छा आधार है। मयूर ध्वज सिंह पूर्व कॉमर्स कॉलेज अध्यक्ष है और कॉमर्स कॉलेज के वोटरों की संख्या जीत में मुख्य भूमिका निभाती है। सबसे अधिक वोटर करीब पांच हज़ार वोटर अकेले कॉमर्स कॉलेज के है। गौरव शर्मा भी साल भर तक छात्र हितों के मुद्दों के लिए आगे रहे है । सोमवार को इन दो में से किसी एक के नाम की घोषणा कर दी जायेगी ।
इनका कहना
एबीवीपी के नाम की घोषणा के बाद एनएसयूआई अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी इस बार एनएसयूआई छात्रा को अध्यक्ष पद का दावेदार बनाने पर भी विचार कर रही है, क्यों कि आज तक अध्यक्ष पद के लिए कभी कोई छात्रा उम्मीदवार नहीं रही जब कि ३० प्रतिशत वोटर छात्राएं है । हिुमान्शु चौधरी , निवर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष
सोमवार को सीएसएस के कार्यकर्ताओं की बैठक में दो दावेदारों में से एक के नाम पर आम सहमति बनाई जायेगी । इस बार सीएसएस अन्य पदों पर भी अपने उम्मीदवार उतारेगी । सूर्य प्रकाश सुहालका , संयोजन सीएसएस
एबीवीपी का जो भी दावेदार होगा वह जिताऊ और छात्रों के बीच में टिकाऊ उम्मीदवार होगा । इसमें हमारी रायशुमारी होती है, जो हमने देदी है आगे एबीवीपी के पदाधिकारी तय करेगें किसको उम्मीदवार बनाना है, आज शाम तक घोषणा संभव है । डॉ। जिनेन्द्र शाश्त्री , युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष