उदयपुर। एमबी अस्पताल के बाहर एक युवक तीन दिन से ईलाज के लिए तरस रहा हैं, लेकिन इतने बड़े अस्पताल में कोई भी उस युवक की सुध लेने वाला नहीं है। सूत्रों के अनुसार कानोड़ हाल सविना निवासी मिठू (२७) को कुछ समय पूर्व सवीना में सड़क का पार करते समय अज्ञात वाहन ने चपेट में ले लिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में उसे १०८ की मदद से एमबी अस्पताल के इमरजेंसी पहुंचाया। इस हादसे में उसके एक हाथ-पैर की हड्डी टूट गई और पेट में घाव हो गया। इस पर उसे ट्रोमा वार्ड में भर्ती करवा दिया गया। उसे तीन दिन पूर्व ट्रोमा वार्ड से छुट्टी दे दी गई। बाद में पेट के घाव के लिए उसे सर्जिकल वार्ड में ले जाया गया, लेकिन उसे वहां पर भर्ती नहीं किया गया। मिठू तीन दिन से इलाज के लिए हर रोज फार्म लेकर सर्जिकल वार्ड में जाता है, लेकिन वहां उसका कोई भी इलाज करने वाला नहीं हैं। मिठू ने क्रमददगारञ्ज से बातचीत में बताया कि उसके परिवार में उसका कोई भी नहीं है। वह कानोड़ का रहने वाला हैं और उसके पिता की मौत के बाद से ही उसकी मां उसे उदयपुर ले आई। उदयपुर में वह उसकी मां के साथ भोपालवाड़ी में किराए के मकान में रहता है। चार साल साल पूर्व गंभीर बीमारी के चलते उसकी मां की भी मौत हो गई। मिठू ने बताया की उसकी मां की मौत के बाद से वह एक ऑटो पर खलासी का काम करके गुजारा चला रहा हैं। मिठू दिनभर ऑटो पर खलासी का काम कर रात को सवीना में कहीं भी सो जाता हैं। करीब एक माह पूर्व मिठू सवीना चौराहा पर सड़क पार कर रहा था, तभी उसे अज्ञात वाहन ने चपेट में ले लिया, जिससे वह घायल हो गया था।