उदयपुर . खेरोदा थाना क्षेत्र के बाठेड़ा कला गांव में सनसनीखेज मामला हुआ। 16 साल का नाबालिग 40 वर्षीय मूकबधिर बुआ से दुष्कर्म करता रहा। महिला काे चार माह का गर्भ ठहर गया तो दुष्कर्म होने का पता चला। पीड़िता की मां की दरखास पर कलेक्टर के आदेशानुसार पीड़िता का गर्भ गिरा दिया गया है। वहीं डीएनए रिपोर्ट से पुष्टि के बाद पुलिस ने नाबालिग भतीजे को पकड़कर बाल न्यायालय में पेश किया जहां से बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
बाठेड़ा कला गांव की महिला ने चार माह पूर्व खेरोदा थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी 40 वर्षीय बेटी मूकबधिर है। उसकी गैरमौजूदगी में किसी ने बेटी के साथ दुष्कर्म कर दिया, जिससे उसका गर्भ ठहर गया। मां उसे अस्पताल ले गई तो डॉक्टर से पता चला कि वह गर्भवती है। पीड़िता आरोपी के बारे में कुछ नहीं बता पा रही थी। पुलिस ने संदिग्ध लोगों व पीड़िता के भ्रूण का डीएनए टेस्ट कराया। भ्रूण का डीएनए नाबालिग भतीजे से मैच हुअा। इस पर नाबालिग को पकड़कर बाल न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह भेज दिया गया।
निर्दोष साबित हुए लोगों ने ली राहत की सांस : मामला दर्ज होने के बाद खेरोदा पुलिस ने आरोपी के अलावा आस पास रहने वाले पड़ोसी सूरजमल, रोहित उर्फ राजेश, राकेश, मदनलाल टेलर, हिम्मत सिंह, राहुल, पुष्पेंन्द्र, शंभूसिंह, भगवतसिंह, शंकर सिंह, विजय सिंह, ईश्वर सिंह, नरेन्द्र सिंह उर्फ पिन्टू से पूछताछ करने के बाद सूरजमल, नरेन्द्र सिंह उर्फ पिन्टू, रोहित उर्फ राजेश, दिनेश कुमार उर्फ दीपक का डीएनए टेस्ट कराया। आरोपी के पकड़ने जाने के बाद निर्दोष साबित हुए लोगों ने चेन की सांस ली।